8 महीने के बाद पहली बार सार्वजनिक मंच पर दिखे नवजोत सिंह सिद्धू, छोड़ सकते हैं कांग्रेस!
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू पिछले काफी दिनों से मीडिया से दूर हैं और वह सार्वजनिक कार्यक्रमों में नहीं दिख रहे थे। दरअसल जिस तरह से पिछले वर्ष जुलाई माह में नवजोत सिंह सिद्धू ने मंत्री पद से इस्तीफा दिया दे दिया था, जिसके बाद से वह राजनीति से दूर थे। लेकिन लंबे समय के बाद वह रविवार को अमृतसर में आयोजित एक कार्यक्रम में दिखाई दिए। नवजोत सिंह सिद्धू को अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के साथ मंच पर दिखे। बता दें कि मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद से सिद्धू पंजाब विधानसभा में भी नहीं जा रहे ते, यही नहीं वह सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी हिस्सा नहीं ले रहे ते। लेकिन रविवार को एक एल्बम की रिलीज के कार्यक्रम के दौरान सिद्धू दिखाई दिए।
कांग्रेस छोड़ सकते हैं सिद्धू
सिद्धू अकाली दल के नेता के साथ मंच पर दिखे। इस दौरान उनके साथ पूर्व कैबिनेट मंत्री रंजीत सिंह ब्रम्हपुरा, गुरजीत सिंह आहूजा और बिक्रम सिंह मजीठिया के साथ दिखे थे। जिस तरह से 8 महीने के बाद सिद्धू सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान वह दिखे उसके बाद पंजाब के राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है। गौरतलब है कि सिद्धू ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान भी नहीं दिखे थे, बावजूद इसके कि उनका नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल था। सूत्रों की मानें तो सिद्धू ने जानबूझकर चुनाव प्रचार से अपनी दूरी बनाई थी क्योंकि वह कांग्रेस पार्टी को छोड़ आम आदमी पार्टी या भारतीय जनता पार्टी में शामिल होना चाहते हैं।
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आप में जा सकते हैं सिद्धू
ऐसी अफवाहें है कि एक बार सिद्धू आम आदमी पार्टी की ओऱ रूख कर सकते हैं, क्योंकि दिल्ली में दोबार रिकॉर्ड जीत के साथ आम आदमी ने वापसी की है। चूंकि कांग्रेस से नाराज होकर लंबे समय से घर बैठे पूर्व कैबिनेट मंत्री व कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस में वापसी से साफ संकेत दे चुके हैं। उन्होंने कांग्रेस संगठन के एक वरिष्ठ नेता से मुलाकात के बाद अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस नेता ने नवजोत सिंह सिद्धू को मनाने की काफी कोशिश की गई और कहा कि उन्हें अब सरकार में लौटना चाहिए, लेकिन सिद्धू नहीं माने। यह बैठक दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले हुई थी। यही नहीं, दिल्ली के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में नाम होने के बाद भी सिद्धू दिल्ली में प्रचार के लिए नहीं पहुंचे थे।
कांग्रेस से बढ़ी दूरी
बताया जाता है कि कांग्रेस आलाकमान से नाराज नवजोत सिंह सिद्धू ने यह कहते हुए पंजाब सरकार में दोबारा शामिल होने से इन्कार कर दिया, क्योंकि उन्हें लगता है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का उन पर विश्वास नहीं है। यही कारण है कि सार्वजनिक तौर पर भी सिद्धू यह बात कहने से नहीं चूकते कि अब उनकी कांग्रेस में वापसी की दिलचस्पी नहीं रही है। यही कारण है कि इस सारे घटनाक्रम दिल्ली के नतीजों के बाद आम आदमी पार्टी सिद्धू को अपने पाले में लाने की तैयारी में जुट गई है। कांग्रेस नेता ने बताया कि यह बात उनकी जानकारी में है कि दोनों ओर से बातचीत चल रही है, लेकिन यह किस स्तर पर पहुंची है, इसकी जानकारी नहीं है।
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