किसानों के प्रदर्शन की वजह से 22 ट्रेनें रद्द, 24 का रूट बदला गया
नई दिल्ली। किसान मजदूर संघर्ष समिति के तमाम सदस्य अपनी मांग को लेकर धरने पर हैं और उन्होंने जंदियाला गुरु शहर में अमृतसर-दिल्ली रेलवे लाइन को बंद कर दिया है। बड़ी संख्या में किसानों ने रेलवे ट्रैक पर ही धरना शुरू कर दिया है, जिसकी वजह से 22 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है जबकि 24 ट्रेनों के रूट को बदला गया है। किसानों की मांग है कि स्वामीनाथन रिपोर्ट की सिफारिशों को लागू किया जाए, गन्ने का भुगतान किया जाए, साथ ही सरकार ने किसानों का कर्ज माफ करे जिसे चुनावी घोषणा पत्र में मांफ करने का ऐलान किया गया था।
इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है, बावजूद इसके बड़ी संख्या में किसान यहां इकट्ठा होने में सफल रहे हैं और उनका कहना है कि जबतक उनकी मांगे पूरी नहीं की जाती हैं वह अपना धरना खत्म नहीं करेंगे। रेलवे ट्रैक पर किसानों ने पंडाल बना दिया है और यहां तमाम किसान अपनी-अपनी मांगों को रख रहे हैं। यहां कई किसान लोगों को संबोधित करते हैं और हर संबोधन के बाद स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करवा के रहेंगे, कर्जा माफी लेके रहेंगे का नारा लगाया जाता है।
किसान मजदूर संगठन समिति के सतना सिंह पन्नू का कहना है कि हम सिर्फ स्वामीनाथन कमीशन की रिपोर्ट को लागू किए जाने की मांग कर रहे हैं। जिसे लागू करने पर सरकार ने पहले ही कहा था कि वह इसे लागू करेगी। हमारी कैप्टन अमरिंदर सिंह से 2-3 बार मुलाकात हुई, लेकिन उसके बाद वह हमसे नहीं मिले। मुख्यमंत्री पर उन्होने आरोप लगाया है कि सरकार कर्जमाफी के अपने वायदे से पीछे हट रही है, किसानों को कुर्की की नोटिस मिल रही है। उन्होने कहा कि गन्ना किसानों का 400 करोड़ रुपए का बकाया है, लेकिन डेढ़ साल के बाद भी मौजूदा सरकार अपने वादे को पूरा नहीं कर रही है। हमारी मांग है कि इस पैसे का भुगतान ब्याज सहित किया जाए।
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