2 बार विधायक रहे पूर्व MLA ने PM आवास योजना के तहत मांगा घर, जानें वजह
चेन्नई। मदुरै पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधायक रहे एन नानमारन ने सोमवार को मदुरै के जिला कलेक्टर को प्रार्थना पत्र देकर अपने लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक घर की मांग की है। बेहद ही सादा जीवन जीने वाले सीपीएम के नेता और पूर्व विधायक एन नानमारन एक सक्रिय ट्रेड यूनियनिस्ट थे। एन नानमारन शहर में एक किराए के मकान में रह रहे हैं। जिसके बाद उन्होंने सरकार से एक आवास देने की मांग की है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर की मुताबिक नानमारन के दो बेटे हैं। एक सरकारी अस्पताल में होम्योपैथी चिकित्सक है और दूसरा बैंक में काम करता है। सीपीएम के नियमों के अनुसार, उनके विधायकों की पेंशन पार्टी कार्यालय को दी जाती है। नानमारन को मासिक खर्चों के लिए लगभग 11000 रुपये मिलते हैं। जिसे वे पार्टी को दे देते हैं। पूर्व विधायक वर्तमान में मदुरै में पोन्नगरम में किराए के मकान में रहते हैं। उन्होंने दावा किया कि यह घर उन सब के लिए काफी छोटा है। जिसका वे हर महीने 6 हजार रुपए किराया देते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने पीएमएवाई योजना के तहत एक घर की मांग की है.. जो मदुरै के राजकूर में कार्यान्वित की जा रही है। यह एक निशुल्क योजना नहीं है, और मुझे नहीं पता कि मुझे इसके लिए कितना भुगतान करना होगा। लेकिन मैंने एक प्रार्थना पत्र दायर किया है और आशा है कि मेरी पत्नी को यह मिलेगा। पूर्व विधायक एन नानमारन ने 1996 में पहली बार मेयर का चुनाव लड़ा था, हालांकि वह ये इलेक्शन हार गए थे।
इसके बाद वे 2001 में विधायकी का चुनाव लड़े और जीते भी। इसे बाद फिर 2006 में वे एक बार चुनाव जीतकर विधायक बने। उनके कार्यकाल के दौरान मरियम्मन तप्पाकुलम और थिरुमलाई नाइकर महल अपनी विशिष्टताओं के लिए जाना जाता है। उनके समय में निगम स्कूलों के लिए बहुत सारी योजनाएँ लागू की गईं। निर्वाचन क्षेत्र में सौराष्ट्र समुदाय एक प्रमुख आबादी है। जिसे उनके कार्यकाल में देशभर में पहचान मिली। इस समुदाय के लोग मुख्य रूप से रेशम बुनकर थे। जब इन लोगों ने अपने समुदाय को स्कूल प्रमाणपत्रों में सौराष्ट्र के रूप में पंजीकृत किया, सरकार के रिकॉर्ड में इसे स्वीकार नहीं किया गया। एन नानमारन के प्रयासों के चलते उन्हें देश में एक नई पहचान मिली।
फोटो: सोशल मीडिया
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