जम्मू एयर बेस ड्रोन हमले में नया खुलासा, 2 सुरक्षाकर्मियों ने आखिरी 30 सेकंड के बारे में बताया
नई दिल्ली, जून 30: जम्मू-कश्मीर के इंडियन एयरफोर्स के बेस पर 27 जून को ड्रोन से दो धमाकों को अंजाम दिया गया था, जिसके बाद से ही सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। वहीं अब एयरफोर्स स्टेशन पर एंटी ड्रोन सिस्टम लगाया गया है। इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि 2 सुरक्षा कर्मियों ने बम गिराने से कुछ सेकंड पहले ड्रोन को जम्मू एयर बेस में प्रवेश करते देखा था।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक जम्मू में भारतीय वायु सेना बेस की रखवाली करने वाले एक वॉच टॉवर पर तैनात एक सुरक्षा कोर संतरी ने रविवार को दो ड्रोनों को बम गिराने से लगभग 30 सेकंड पहले स्टेशन पर उड़ते हुए देखा था। एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक डीएससी संतरी सतर्क था और उस पर नजर रख रहा था, जब उसने दो छोटे ड्रोन देखें, जैसे कि शादी में इस्तेमाल किए गए ड्रोन हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर रहे थे और अगले लगभग 30 सेकंड के भीतर, जोरदार विस्फोट हुए।
वहीं वायु सेना के एक अन्य जवान ने भी ड्रोन की आवाज सुनी, जब वह एटीसी टावर के पास अपने केबिन में काम कर रहा था। सूत्रों ने कहा कि दोनों सुरक्षा कर्मियों की सतर्कता ने यह अनुमान लगाने में मदद की है कि पिछले रविवार को वायु सेना स्टेशन पर हमलों के लिए इस्तेमाल किए गए ड्रोन बैटरी से संचालित थे, जिनकी रेंज लगभग 10-12 किलोमीटर हो सकती है और यह भी कि वे किस दिशा से हमले के लिए आए थे।
ड्रोन अटैक के बाद जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर लगाया गया एंटी ड्रोन सिस्टम, जैमर किए गए इंस्टॉल
जानकारी के मुताबिक दोनों सुरक्षा कर्मी अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी को बयान देंगे, जिसे इस हमले की जांच का काम सौंपा गया है। आतंकवादियों की ओर से इस तरह के किसी भी संभावित हमले को रोकने के लिए कई एजेंसियों को शामिल किया गया है और सभी हवाई अड्डों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। बता दें कि रविवार (27 जून) को जम्मू में वायुसेना अड्डे के अंदर हमले को अंजाम देने के लिए दो ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। इस विस्फोट में किसी विमान को कोई नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि दो कर्मियों को मामूली चोटें आई हैं।