40 फीट गहरे कुएं में दबा किसान 80 घंटे बाद मृत निकाला जा सका, परिजनों को 5 लाख रु. की मदद
हिसार। हरियाणा में हिसार के स्याहड़वा गांव में एक कुएं में उतरे दो लोग उूपर से मिट्टी धंसने से नीचे दब गए थे। जिनमें से एक का शव तो 24 घंटों के भीतर ही निकाल लिया गया, जबकि दूसरा 80 घंटे बाद निकाला जा सका है। इसके लिए सेना और एनडीआरएफ की टीम ने अपने-साजो सामान से लगातार प्रयास किया।
एनडीआरएफ के एक कर्मी ने बताया कि, मृतक जयपाल हादसे के चौथे दिन बुधवार को यानि करीब 80 घंटे बाद कुएं से निकाला जा सका है। गीली मिट्टी और गर्मी के कारण उसकी लाश सड़ी-गली अवस्था में मिली। उसकी लाश को निकालते ही एम्बुलेंस से सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। जहां से पोस्टमार्टम के लिए अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। जयपाल से 1 दिन पहले यानी कि मंगलवार सुबह साढ़े 4 बजे मजदूर जगदीश की लाश भी निकाली गई थी।
शहर के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को उक्त दोनों मृतकों के परिजनों के लिए मुख्यमंत्री किसान एवं खेतीहर मजदूर जीवन सुरक्षा योजना के तहत 5-5 लाख रुपए की राशि जल्द दिए जाने के निर्देश दिए। वहीं, इस राशि पर भारतीय किसान यूनियन के नेता असंतुष्ट हैं। भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष दिलबाग सिंह हुड्डा ने कहा कि, हमारी ओर से उक्त मृतकों के परिजनों के 50-50 लाख मुआवजा और 1-1 सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की गई है। मगर, सरकार ने बहुत कम राशि पीड़ित परिवारों के लिए दी है।
40 फीट गहरे कुएं में मोटर रखने उतरे थे किसान, अचानक धंसी जमीन और वे नीचे दब गए, बचाई आई सेना
बता दें कि, दो लोग रविवार की सुबह 7 बजे खेत में बने कुएं में मोटर फिटिंग से पहले बरगा लगाने के लिए घुसे थे। उसी दौरान कुएं की मिट्टी धंसने से दोनों उसी में नीचे दब गए। वहीं दोनों की मौत हो गई।