MNREGA Scam: जॉबकार्ड बनाकर मनरेगा में मुर्दों से करा रहे थे मजदूरी, घोटाला सामने आने के बाद हुई कार्रवाई
MNREGA scam in Hamirpur: जॉबकार्ड बनाकर मनरेगा में मुर्दों से करा रहे थे मजदूरी, घोटाला सामने आने के बाद हुई क
हमीरपुर, 07 अगस्त: मनरेगा योजना में लाखों रुपए के फर्जीवाड़े का मामला उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले से सामने आया है। यहां फर्जी जॉबकार्ड बनाकर मृतकों (मुर्दों) से मनरेगा में मजदूरी करा रहे थे। इस फर्जीवाड़े के उजागार होने के बाद खंडेह गांव प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी समेत चार लोगों पर बीडीओ ने एफआईआर दर्ज कराई है। यह मामला हमीरपुर के मौदहा ब्लॉक के खंडेह गांव का है। इस घोटालने की शिकायत गांव निवासी पवन कुमार नाम के शख्स ने पिछले महीने अपर जिलाधिकारी रमेशचंद्र और सीडीओ से की थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अपर जिलाधिकारी को दिए गए शिकायती पत्र में पवन कुमार ने बताया था कि उनके नाम का फर्जी जॉबकार्ड बनाकर मनरेगा में काम करना दिखाया है। बताया कि इसी प्रकार 15 अक्तूबर 2019 को उनके पिता पिता छोटेलाल पूर्व प्रधान की मृत्यु हो चुकी है, लेकिन उनका भी फर्जी जॉबकार्ड बनाकर मजदूरी कर हाजिरी भरी जा रही है। इतना ही नहीं, पवन ने बताया उनके गांव में ऐसे करीब 15 मृतकों के जॉब कार्ड बनाकर मनरेगा में काम करना दिखाने के साथ बाहरी जनपदों में सरकारी और प्राइवेट नौकरी कर रहे लोगों के नाम दूसरे खातों में भुगतान करना दिया गया है।
पवन ने बताया कि यह भ्रष्टाचार साल 2018 से चल रहा है। इसमें ग्राम प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी, ब्लॉक के कर्मचारी व ठेकेदार शामिल हैं। शिकायत मिलने के बाद इस मामले जांच सीडीओ ने बीडीओ भैरव प्रसाद, अवर अभियंता सदानंद यादव और एपीओ नीरज सिंह को सौंपी। जांच उपरांत शनिवार 06 अगस्त को बीडीओ भैरव प्रसाद ने प्रधान बसंती, ग्राम पंचायत अधिकारी आशीष, तकनीकी सहायक रामबाबू और कंप्यूटर ऑपरेटर लोकेंद्र सिंह के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया। इनके खिलाफ फर्जी दस्तावेज के माध्यम से एक लाख 23 हजार 446 रुपये के सरकारी धन का फर्जीवाड़ा करने पर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।
मौदहा कोतवाली के इंस्पेक्टर पवन कुमार पटेल ने बीडीओ की तहरीर पर महिला सरपंच समेत चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इस मामले में ग्राम पंचायत अधिकारी, तकनीकी सहायक व कम्प्यूटर आपरेटर भी आरोपी बनाए गए है।