साल भर में पेट्रोल से करोड़ों कमाएगी जीवाजी यूनिवर्सिटी
ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी में खुलेगा पेट्रोल पंप, हर साल होगी जीवाजी यूनिवर्सिटी की करोडो़ की कमाई
ग्वालियर, 30 जुलाई। जल्द ही वह दिन दूर नहीं होगा जब ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी पेट्रोल से ही साल भर में करोड़ों रुपए कमाई करने लगेगी। जी हां जीवाजी यूनिवर्सिटी अब पेट्रोल से करोड़ों रुपए कमाने का खाका तैयार कर चुकी है। जीवाजी यूनिवर्सिटी अब अपने ही कैंपस में पेट्रोल पंप खोलने जा रही है। इसके लिए हिंदुस्तान पैट्रोलियम से बातचीत भी चल रही है और सब कुछ ठीक हुआ तो जल्द ही जीवाजी यूनिवर्सिटी में पेट्रोल पंप खुल जाएगा, जिससे जीवाजी यूनिवर्सिटी की करोड़ों की आमदनी शुरु हो जाएगी।
पेट्रोल
पंप
खोलने
वाली
प्रदेश
की
पहली
यूनिवर्सिटी
बनेगी
जीवाजी
यूनिवर्सिटी
पेट्रोल
पंप
खोलने
वाली
प्रदेश
की
पहली
यूनिवर्सिटी
जीवाजी
यूनिवर्सिटी
बनने
जा
रही
है,
क्योंकि
जीवाजी
यूनिवर्सिटी
में
अब
जल्द
ही
एक
पेट्रोल
पंप
खोलने
जा
रहा
है।
इसके
लिए
जीवाजी
यूनिवर्सिटी
ने
तेल
कंपनियों
से
प्रस्ताव
भी
मंगा
लिए
हैं।
जीवाजी
यूनिवर्सिटी
की
हिंदुस्तान
पैट्रोलियम
कॉरपोरेशन
लिमिटेड
से
बातचीत
भी
चल
रही
है।
अगर
सब
कुछ
सही
रहा
तो
जल्द
ही
यूनिवर्सिटी
में
पेट्रोल
पंप
खुल
जाएगा।
पेट्रोल
पंप
से
होगी
हर
साल
तकरीबन
5
करोड़
की
कमाई
जीवाजी
यूनिवर्सिटी
में
पेट्रोल
पंप
खुल
जाने
के
बाद
जीवाजी
यूनिवर्सिटी
को
हर
साल
₹5
करोड़
की
कमाई
होने
की
उम्मीद
जताई
जा
रही
है।
खास
बात
यह
है
कि
इस
पेट्रोल
पंप
पर
जीवाजी
यूनिवर्सिटी
का
स्टाफ
ही
कार्य
करेगा।
पेट्रोल
पंप
की
कमाई
से
जो
करोड़ों
रुपए
आएंगे
उससे
जीवाजी
यूनिवर्सिटी
में
शिक्षण
संसाधन
जुटाकर
स्टूडेंट्स
को
और
प्रभावी
शिक्षा
दी
जाएगी।
इसके
साथ
ही
सुविधाओं
में
भी
इजाफा
किया
जाएगा।
जीवाजी
यूनिवर्सिटी
को
ईंधन
पर
भी
मिलेगी
रियायत
जीवाजी
यूनिवर्सिटी
में
हर
साल
पेट्रोल
डीजल
के
नाम
पर
तकरीबन
₹1
करोड़
खर्च
हो
जाते
हैं।
जीवाजी
यूनिवर्सिटी
में
जब
पेट्रोल
पंप
खुल
जाएगा
तो
इस
ईंधन
पर
भी
जीवाजी
यूनिवर्सिटी
को
रियायत
मिलेगी।
पेट्रोल,
डीजल
और
सीएनजी
तीनों
पर
रियायत
मिलेगी,
जिससे
जीवाजी
यूनिवर्सिटी
का
पैसा
बचेगा।
जीवाजी
यूनिवर्सिटी
में
पेट्रोल
पंप
के
लिए
की
गई
जमीन
चिन्हित
जीवाजी
यूनिवर्सिटी
में
पेट्रोल
पंप
खोले
जाने
के
लिए
जमीन
भी
चिन्हित
कर
ली
गई
है।
फिलहाल
जो
जमीन
चिन्हित
की
गई
है
वह
मल्टी
मार्ट
कॉम्पलेक्स
के
पीछे
स्थित
है।
इसके
अलावा
अन्य
स्थानों
पर
भी
जीवाजी
यूनिवर्सिटी
द्वारा
विचार
किया
जा
रहा
है।