AAP में शामिल हुए गोवा के पूर्व डिप्टी सीएम दयानंद नार्वेकर
नई दिल्ली, 20 अक्टूबर: आगामी गोवा विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। गोवा के रण में आप जमकर मेहनत करने में लगी हुई है। इसी के साथ अब उनका दायरा भी बढ़ रहा है। बुधवार को गोवा के पूर्व उप मुख्यमंत्री दयानंद नार्वेकर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए, जिसकी जानकारी आम आदमी पार्टी के ट्विटर अकाउंट से दी गई। ट्विटर पर एक फोटो शेयर की गई, जिसमें आप संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल दयानंद नार्वेकर को आप का पटका पहनाकर पार्टी में स्वागत कर रहे हैं।
वहीं आप में शामिल होने पर पूर्व डिप्टी सीएम ने बताया 'मेरे पास कई पार्टियों के प्रस्ताव थे, लेकिन मैंने एक ऐसी पार्टी चुनने का फैसला किया जो गैर-भ्रष्ट, गैर-विवादास्पद और लोगों के मुद्दों को आगे ले जाए। नार्वेकर ने कहा कि आप की 20-25 निर्वाचन क्षेत्रों में अच्छी उपस्थिति है।' आप गोवा में खुद को कांग्रेस और भाजपा के विकल्प के तौर पर पेश कर रही है।
नार्वेकर ने कहा कि जब वह आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिले, तो उन्हें अपनी सरकार की 'उपलब्धियों' के बारे में जानकर आश्चर्य हुआ। उन्होंने कहा इस पार्टी का राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा नाम है।
भ्रष्टाचार के आरोपों से 'घिरे'
इधर, आप में शामिल होने से पहले उनके रिकॉर्ड पर नजर डाले तो उनका अतीत भ्रष्टाचार के आरोपों से दूषित रहा है। नार्वेकर के अतीत ने आम आदमी पार्टी के अंदर उथल-पुथल मचा दी है, उन पर 2002 में भारत-ऑस्ट्रेलिया एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए नकली टिकट छापने और बेचने के लिए गोवा क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया था। उन पर धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप में केस दर्ज किया गया और उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
रियल एस्टेट फर्मों के घोटाले से भी जुड़ा नाम
2009 और 2012 के बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य करने वाले नार्वेकर पर गोवा के प्रमुख डोना पाउला इलाके में रियल एस्टेट फर्मों को आईटी पार्क स्थापित करने के लिए अधिग्रहित सरकारी भूमि को सौंपने का भी आरोप लगाया गया था। हालांकि बाद में इस परियोजना को रद्द कर दिया गया था। उन्होंने घोटालों में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार करते हुए कहा कि उन्हें कभी दोषी नहीं ठहराया गया।
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गोवा के वित्त मंत्री और उपमुख्यमंत्री भी रहे
वहीं उनके राजनीतिक सफर पर नजर डालें तो नार्वेकर पहली बार 1977 में विधानसभा के लिए चुने गए थे, जब वे 27 वर्ष के थे। उन्होंने जनवरी 1985 से सितंबर 1989 तक गोवा विधान सभा के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। वे गोवा के वित्त मंत्री और उपमुख्यमंत्री भी रहे हैं। नार्वेकर 35 वर्षों तक कांग्रेस के सदस्य रहे। साल 2014 में कांग्रेस छोड़ने के बाद अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी बनाई, लेकिन आप में शामिल होने तक राजनीति में प्रभावी रूप से निष्क्रिय रहे।