पाक से आईं लाखों टिड्डियां किसानों की फसल कैसे कर रही हैं बर्बाद, वीडियो में देखिए
गांधीनगर. गुजरात में बनासकांठा, महेसाणा, साबरकांठा और पाटणं जिल में किसानों में कोहराम मचा हुआ है। यहां सीमावर्ती क्षेत्रों में हजारों हेक्टेयर फसलें टिड्डियों ने चट कर डाली हैं। पाक की ओर आने वाले टिड्डी दल ने इस बार कृषि विभाग की भी नींद उड़ाकर रख दी है। आपदा बचाव एवं राहत बल भी कुछ नहीं कर पा रहा है। किसानों की महीनों की मेहनत पर पानी फिर रहा है। किसान टिड्डियों को भगाने के लिए तरह-तरह के तरीके अपना रहे हैं। कहीं वे ताली बजाकर टिड्डियों को उड़ाने की कोशिश कर रहे हैं, तो कहीं हाथों में बंदूक लेकर टिड्डियों पर गोलियां भी चला रहे हैं।
टिड्डियां फसलों को चट करते हुए आगे बढ़ती जा रहीं
संवाददाता के अनुसार, टिड्डियों का सर्वाधिक प्रकोप बनासकांठा जिले में देखने को मिल रहा है। यहां सुईगांव से महेसाणा, वडाली के बाबसर, महोर, वेडा समेत इडर में करोड़ों टिड्डियां उड़ रही हैं। कृषि विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि लाखों टिड्डियों के दल ने यहां दस्तक दी है। अब तक कई तरह की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। इन दिनों किसान आलू की फसल को लेकर चिंतित हैं। टिड्डियां फसलों को चट करते हुए आगे बढ़े जा रही हैं।
किसान बोले- सरकार हेलिकॉप्टरों से फसलों पर दवा छिड़के
कई किसानों का कहना है सरकार को तत्काल हेलिकॉप्टर से फसलों पर दवा का छिड़काव करना चाहिए, तभी टिड्डी दल का काबू पाया जा सकता है। वर्ष 1994 में भी टिड्डियों को रोकने के लिए हेलीकॉप्टर से दवाई छिड़की गई थी। इस बार भी सरकार द्वारा किसानों को जागृत करने के प्रयास किए जा रहे हैं और जरूरत पड़ने पर हेलीकॉप्टर से दवाई के छिड़काव समेत के कदम उठाने के लिए तैयारी की जा रही है।
पाक की तरह से आती हैं टिड्डियां
ये टिड्डियां पाकिस्तान की तरफ से आती हैं। ऐसा माना जाता है कि पाक में ये सऊदी, ईरान और इराक की तरफ से आती हैं। टिड्डी नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र हरियाणा के फरीदाबाद में है। गुजरात के स्थानीय निवासियों ने बताया कि करोड़ों टिड्डियां बनासकांठा से 150 किमी दूर महेसाणा के सतलासना में भी देखी गई हैं।
टिड्डियां पर कोई असर नहीं पड़ रहा
आने वाले समय में इनके और 100 किलोमीटर दूर गांधीनगर तक पहुंचने की संभावना है। टिड्डियों को भगाने के लिए किसान धुंआ, बर्तन खनकाने के साथ फायरिंग तक कर चुके हैं, लेकिन टिड्डियां पर इन सबसे कोई असर नहीं पड़ रहा।