गुजरात का कोई भी पूर्व मुख्यमंत्री लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रहा, 2 सुरक्षित सीटों से उनके पुत्र मैदान में
Lok sabha elections 2019 news, गांधीनगर। गुजरात का कोई भी पूर्व मुख्यमंत्री इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रहा है। यहां पूर्व मुख्यमंत्री माधवसिंह सोलंकी, सुरेश मेहता, दिलीप पारिख, आनंदीबेन पटेल और शंकरसिंह वाघेला में से किसी ने किसी भी सीट से नामांकन का पर्चा नहीं भरा। हालांकि, दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटे लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें एक पूर्व मुख्यमंत्री माधवसिंह सोलंकी के पुत्र भरत सोलंकी हैं और दूसरे दिवंगत अमरसिंह चौधरी के पुत्र तुषार चौधरी हैं।
गुजरात के 5 पूर्व मुख्यमंत्रियों से कोई नहीं लड़ रहा चुनाव
बता दें कि, माधवसिंह के पुत्र भरत सोलंकी आनंद निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, एनसीपी के नेता होने के बावजूद शंकरसिंह वाघेला या उनके पुत्र महेंद्रसिंह वाघेला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। इसके अलावा, राज्य के दिवंगत मुख्यमंत्री चीमनभाई पटेल के पुत्र सिद्धार्थ पटेल भी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं।
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कांग्रेस बोली- हमारे इन दोनों उम्मीदवारों की सीट सुरक्षित
कांग्रेस का दावा है कि गुजरात में नेता पुत्रों की दोनों सीटें सुरक्षित हैं। आनंद और बारदोली में भाजपा और कांग्रेस के बीच टकराव है। भाजपा का दावा है कि हम इन दोनों नेताओं को हरा देंगे, जबकि कांग्रेस का कहना है कि ये दोनों सीटें हमारे उम्मीदवार के लिए सुरक्षित हैं। इतिहास पर गौर करें तो आणंद लोकसभा सीट कांग्रेस के लिए ही मजबूत रही है। हालांकि, 2014 के चुनाव में वह यहां भाजपा से हार गई। ऐसे में यह कयास भी लग रहे हैं कि भरत सिंह सोलंकी का जीतना आसान नहीं है। आणंद सीट पर भाजपा ने दिलीप पटेल को टिकट नहीं दिया, लेकिन उनकी जगह पर मितेश पटेल को उम्मीदवार बनाया है।
2014 में इन दोनों सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी जीते थे
दूसरी ओर, बारडोली लोकसभा सीट पर तुषार चौधरी ने यूपीए सरकार में मंत्री बनने से पहले चुनाव जीता। तुषार चौधरी के खिलाफ भाजपा के उम्मीदवार प्रभु वसावा एक मजबूत प्रत्याशी हैं, लेकिन उनकी भी जीत आसान नहीं मानी जा रही। इस सीट पर आदिवासी मतदाता महत्वपूर्ण हैं। वैसे, बारडोली और आणंद, इन दोनों सीटों पर 2014 में कांग्रेस के उम्मीदवार हार गए थे, लेकिन इस बार कांग्रेस दोनों सीटों पर ज्यादा चुनाव प्रचार कर रही है। तुषार चौधरी की तरह भरत सिंह सोलंकी ने भी आणंद लोकसभा सीट से 2009 में चुनाव जीता था और यूपीए सरकार में मंत्री बने थे।
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