जयंती भानुशाली मर्डर केस: आरोपी मनीषा गोस्वामी और भाऊजी प्रयागराज में SIT के हत्थे चढ़े
गांधीनगर। विधायक रह चुके गुजरात भाजपा के नेता जयंती भानुशाली की हत्या के मामले में एसआईटी ने यूपी के प्रयागराज से 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी हैं मनीषा गोस्वामी और सुरजीत उर्फ भाऊजी। दोनों आरोपियों को एसआईटी की टीम कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड पर गुजरात लाई। दोनों लंबे समय से फरार चल रहे थे। बताया जाता है कि गुजरात एसआइटी ने मोबाइल लोकेशन ट्रैक करके दोनों को कीडगंज पुलिस के सहयोग से प्रयाग के बालसन चौराहे के पास से गिरफ्तार किया है। मनीषा महिला है, जो कि गुजरात के वापी में रहती थी। पूरे हत्याकांड की मुख्य वजह वही बताई जा रही है। उसके साथ पकड़ा गया सुरजीत उर्फ भाऊजी महाराष्ट्र के पुणे का रहने वाला है।
इसी साल हुई थी जयंती भानुशाली की हत्या
विगत 7 जनवरी 2019 की देर रात करीब 2 बजे भुज-दादर एक्सप्रेस ट्रेन के एसी कोच में अज्ञात शूटर द्वारा जयंतीलाल भानुशाली को गोलियां मारी गई थीं। वहीं, जयंती (53 वर्ष) की मौत हो गई थी। घटना के बाद पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू की। प्रारंभ में पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ा। जिनके नाम नीतिन औऱ राहुल बताए गए। उसके बाद शार्प शूटर शशिकांत कांबले और उसके साथी अशरफ शेख को सापुतारा से दबोचा गया। वहीं, वांछित चल रहे मनीषा और सुरजीत 5 नवंबर को यूपी में पकड़ लिए गए हैं।
फरवरी में गिरफ्तार हुआ था गोली मारने वाला
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मनीषा और सुरजीत दोनों प्रयागराज में बालसन के निकट किराए का कमरा लेकर रहते थे। इससे पहले मध्य फरवरी, 2019 में ही गुजरात पुलिस और सीआईडी टीम ने शॉर्प शूटर को पकड़ा था। जिनकी पहचान शशिकांत कांबले और उसके साथी अशरफ शेख के रूप में हुई। उनमें से एक ने भानुशाली को गोली मारने की बात कुबूल की। पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ, वह यह कि भानुशाली की हत्या में भाजपा नेता छबील पटेल का हाथ था। छबील पटेल भी भाजपा से विधायक रहा है। तब से पुलिस उसे और उसकी सहयोगी मनीषा गोस्वामी को खोजने में लगी थी।
सूरत से 120 किमी दूर हत्थे चढ़े भानुशाली के हत्यारे
पुलिस के मुताबिक, पकड़ में आए दोनों हत्यारोपी सूरत से करीब 120 किमी दूरी पर स्थित सापुतारा हिल स्टेशन से हत्थे चढ़े। इन्हें सीआईडी CID के आला अफसरों की अगुवाई में अहेमदाबाद लाया गया, जहां कड़ी पूछताछ की गई। बता दें कि, शार्प शूटर समेत जयंती भानुशाली हत्याकांड में पुलिस ने चार लोगों को फरवरी तक ही पकड़ लिया था। जबकि, बाकी की तलाश जारी रही।
छबील पटेल से 30 लाख रुपए की सुपारी मिली
सीआईडी डीजीपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि दोनों हत्यारोपियों से कुछ महत्वपूर्ण जानकारी उजागर हुई हैं। उन्होंने कहा था कि आरोपियों की पूछताछ के दौरान पता चला है कि छबील पटेल ने जयंती भानुशाली की हत्या के लिए 30 लाख रुपये की सुपारी दी थी। छबील पटेल ने आरोपी शशिकांत को रेलवे स्टेशन और नारन फार्म दिखाया था। शॉर्पशूटर ने पूरे स्थल की रेकी और बाद में पुणे चला गया।
ऐसे शॉर्प शूटर ने की भानुशाली को मारने की तैयारी
कुछ समय बाद शशिकांत दो बार फिर आया। तीसरी बार जयंती भानुशाली को टारगेट किए जाने की तैयारी पूरी हो गई। तब शॉर्पशूटर को भुज के सामखियाली के ट्रेन रास्ते में जयंती भानुशाली को मार डालने का लक्ष्य दिया गया। इसके बाद शशिकांत ट्रेन में बैठा और उसने ट्रेन और जयंती भानुशाली जिस कोच में बैठे थे, उसके बारे में शार्प शूटर को बताया था।