Somnath Chatterjee: नहीं रहे सबके प्रिय सोमनाथ दा, जानिए उनका सियासी सफर
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कोलकाता। लोकसभा के पूर्व स्पीकर सोमनाथ चटर्जी का आज निधन हो गया है, वह किडनी की बीमारी के चलते कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती थे, जहां उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। देश की लोकप्रिय हस्तियों में से एक रहे सोमनाथ चटर्जी ने लोकसभा अध्यक्ष के रूप में काफी लोकप्रियता हासिल की थी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह एक संस्थान थे और पार्टी लाइन से हटकर सभी सांसदों के मन में उनके लिए अपार सम्मान था।
आइए एक नजर डालते हैं उनके लंबे सियासी जीवन पर
सोमनाथ चटर्जी का जन्म असम के तेजपुर में हुआ था
- स्वभाव से बेहद हंसमुख सोमनाथ चटर्जी मशहूर वकील निर्मल चंद्र चटर्जी के बेटे थे।
- निर्मल चंद्र अखिल भारतीय हिंदू महासभा के संस्थापक भी थे।
- सोमनाथ का जन्म 25 जुलाई 1929 को असम के तेजपुर में हुआ था, उन्होंने अपनी पढ़ाई कोलकाता और ब्रिटेन में की थी।
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ब्रिटेन में लॉ की पढ़ाई की थी सोमनाथ दा ने
सोमनाथ चटर्जी ने ब्रिटेन में लॉ की पढ़ाई करने के बाद कलकत्ता हाइकोर्ट में प्रैक्टिस की थीऔर उसके बाद राजनीति में कदम रखा था। सोमनाथ चटर्जी ने सीपीएम के साथ राजनीतिक करियर की शुरुआत 1968 में की और 2008 तक इस पार्टी से जुड़े रहे।
10 बार लोकसभा सदस्य के रूप में चुने गए
1971 में वह पहली बार सांसद बनें और 10 बार लोकसभा सदस्य के रूप में चुने गए थे। 4 जून 2004 को जब वे 14वीं लोकसभा के अध्यक्ष के रुप में चुने गए तो उनके नाम पर प्रस्ताव कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रखा, जो सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया और श्री सोमनाथ चटर्जी निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित कर लिए गए थे। उन्हें काफी विनोद प्रिय कहा जाता था।
राज्य निर्वाचन आयोग की आलोचना की थी...
सोमनाथ चटर्जी ने हाल ही में पंचायत चुनावों पर राज्य निर्वाचन आयोग की आलोचना की थी। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने लंबे राजनीतिक करियर के दौरान पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान इतनी हिंसा नहीं देखी।