कौन हैं 'शशिकला नटराजन', जो संभालेंगी 'जयललिता' की गद्दी?
शशिकला नटराजन का जन्म तंजौर जिले के मनारगुड़ी में हुआ था। कहा जाता है कि शशिकला फिल्में देखने की काफी शौकीन थीं इसी कारण उन्होंने पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी।
चेन्नई| आज तमिलनाडु में ऑल इंडिया द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के विधायकों ने पार्टी महासचिव वी.के.शशिकला को विधायक दल का नेता चुन लिया है। जिसके बाद उनके मुख्यमंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया है, पार्टी नेताओं का कहना है कि निवर्तमान मुख्यमंत्री ओ.पन्नीरसेल्वम ने एआईएडीएमके विधायकों की बैठक में शशिकला का नाम प्रस्तावित किया।
तमिलनाडु में 'अम्मा' के बाद 'चिनम्मा': शशिकला बनेंगी सीएम, दीपा माधवन को झटका
शशिकला के चुनाव का फैसला एकमत से लिया गया और पन्नीरसेल्वम ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। खबर है कि शशिकला नटराजन 8 या 9 फरवरी को सीएम पद की शपथ ले सकती हैं, आखिरकार कौन हैं जयललिता की जगह लेने वाली तमिलनाडु की होने वाली नई सीएम शशिकला नटराजन, ये सवाल अब हर किसी के दिल में कौंध रहा है।
शशिकला नटराजन का जन्म तंजौर जिले के मनारगुड़ी में
शशिकला नटराजन का जन्म तंजौर जिले के मनारगुड़ी में हुआ था। कहा जाता है कि शशिकला फिल्में देखने की काफी शौकीन थीं इसी कारण उन्होंने पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी, जयललिता उस वक्त की टॉप की हिरोईन थीं, फिल्म, हिरोईन और शौक ही उन्हें जयललिता के करीब ले आया था।
पैसे कमाने के लिए शशिकला एक वीडियो शॉप चलाती थीं
पैसे कमाने के लिए शशिकला एक वीडियो शॉप चलाती थीं, शशिकला की शादी तमिलनाडु की सरकार में पब्लिक रिलेशंस ऑफिसर नटराजन से हुई थी। पति नटराजन कडलोर जिले के डीएम वीएस चंद्रलेखा के साथ थे। चंद्रलेखा तमिलनाडु के तत्कालीन एमजीआर के करीब थीं। एमजीआर अपनी सहअभिनेत्री जयललिता के भी काफी करीबी थे।
जयललिता का वीडियो शूट करना चाहती थीं
बस इसी के चलते शशिकला और जयललिता की मुलाकात हुई, वैसे कहा जाता है कि शशिकला से जयललिता की मुलाकात 1980 के दशक में हुई थी, तब वो पार्टी की प्रचार सचिव थीं और शशिकला अपनी प्रिय अभिनेत्री से नेता बनीं जयललिता का वीडियो शूट करना चाहती थीं, बस इसी सिलसिले में दोनों ने पहली मुलाकात की थी।
ये मुलाकात गहरी मित्रता में बदल गई
ये मुलाकात गहरी मित्रता में बदल गई और आलम ये हुआ कि शशिकला, जयललिता के घर पर ही रहने लगीं। धीरे-धीरे शशिकला का पूरा परिवार भी जयललिता के घर पर शिफ्ट हो गया। धीरे-धीरे शशिकला का कद बढ़ता गया और वे ही तय करतीं कि अम्मा क्या करें या ना करें।
तमिलनाडु में 'अम्मा' के बाद 'चिनम्मा'
ये मित्रता कितनी गहरी थी इस बात का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि जयललिता के अंतिम संस्कार की सारी रस्में शशिकला ने निभाई और आज उनकी पार्टी की भी कमान भी उन्हीं के हाथ में आ गई है। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या 'अम्मा' की तरह 'चिनम्मा' भी लोगों के दिलों में जगह बना पाएंगी या नहीं?