'आजादी अनगिनत शहादतों से मिलती है', कंगना पर कुमार विश्वास का करारा तंज
नई दिल्ली, 13 नवंबर: अपने बेखौफ बयानों के चलते हमेशा विवादों को जन्म देने वालीं बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने अब नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है। हाल ही में पद्मश्री से सम्मानित होने के बाद एक न्यूज चैनल पर देश की आजादी को लेकर दिए उनके विवादित बयान ने देश में भूचाल ला दिया है। 1947 में मिली देश की आजादी को 'भीख' बताने वाली एक्ट्रेस लोगों के निशाने पर हैं, एक तरफ जहां राजनीतिक दलों ने उनसे पद्मश्री वापस लेने की मांग उठाई है तो देश में कई जगह एक्ट्रेस के खिलाफ केस भी दर्ज कराए गए हैं। ऐसे में अब मशहूर कवि कुमार विश्वास ने भी कंगना रनौत पर ट्वीट कर अपने ही अंदाज में निशाना साधा है।
'जिनकी स्वयं की प्रासंगिकता...'
कुमार विश्वास ने कंगना रनौत के बयान पर बिना नाम लिए ट्वीट किया है। अपने ट्वीट में कवि ने लिखा, 'आजादी महान देशों को अनगिनत शहादतों से मिलती है। हमें-आपको मिली है तो इसका आदर करिए और इसे अक्षुण्ण रखने की सोचिए। जिनकी स्वयं की प्रासंगिकता, तात्कालिक-सत्ताओं की गुलामी के कारण बरकरार है। उनकी टीका-टिप्पणियों से हमारे महान और गौरवशाली शहीदों के सम्मान पर कोई फर्क नहीं पड़ता।
यूजर भी कर रहे कंगना की खिंचाई
कुमार विश्वास का अब यह ट्वीट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। यूजर अपने-अपने रिक्शन दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि भीख में 'अवॉर्ड' मिल सकता है, देश को आजादी नहीं। बता दें कि कंगना ने हाल में कहा था कि देश को असली आजादी 2014 में मिली है। इससे पहले 1947 में जो मिली थी, वो भीख में मिली आजादी थी।
कंगना का एक और बयान आया सामने
वहीं विवाद बढ़ने के बाद कंगना का एक और बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने पूछा कि 1947 में कौन सी लड़ाई लड़ी गई थी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कोई उनके सवाल का जवाब दे सके तो वह अपना पद्मश्री सम्मान लौटा देंगी और माफी भी मांगूंगी।
आज़ादी महान देशों को अनगिनत शहादतों से मिलती है।हमें-आपको मिली है तो इसका आदर करिए और इसे अक्षुण्ण रखने की सोचिए।जिनकी स्वयं की प्रासंगिकता, तात्कालिक-सत्ताओं की ग़ुलामी के कारण बरकरार है उनकी टीका-टिप्पणियों से हमारे महान और गौरवशाली शहीदों के सम्मान पर कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता🇮🇳🙏
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) November 12, 2021
#KanganaRanaut may think India got Independence in 2014 but this cannot be endorsed by any true Indian. This is an insult to millions of freedom fighters who gave up their lives so that present generations can live a life of self-respect & dignity as free citizens of a democracy. pic.twitter.com/o0EtH0hukU
— TIMES NOW (@TimesNow) November 12, 2021