IFFI के जूरी हेड ने 'कश्मीर फाइल्स' को बताया 'वल्गर' तो मच गया बवाल, मेंबर को देनी पड़ी सफाई
हाल ही में गोवा में 53वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया में जूरी के हेड ने 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म पर सवाल उठा दिए। अब उनकी टिप्पणी पर विवाद खड़ा हो गया है।
The Kashmir Files: फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' एक बार फिर चर्चा में है। कश्मीरी पंडितों के साथ हुए नरसंहार की कहानी को 32 साल बाद जब विवेक अग्निहोत्री ने जनता के सामने रखा, तो सबकी आंखें भर आईं। लोग सिनेमाघरों में फिल्म देखने के बाद भावुक हो गए। किसी ने फिल्म को काल्पनिक बताकर इसे बायकॉट करने की जबरदस्त मांग उठाई, तो किसी ने इसे प्रोपोगेंडा कहा। फिल्म को रिलीज हुए महीनों बीत चुके हैं लेकिन फिर भी इसपर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। दरअसल, हाल ही में गोवा में 53वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में जूरी हेड नदव लापिड ने 'द कश्मीर फाइल्स' पर सवाल उठाते हुए इसे प्रोपोगेंडा वल्गर फिल्म बताया। बस फिर क्या था, फिल्म पर उनकी टिप्पणी को लेकर विवाद शुरू हो गया।
जूरी हेड ने दिया विवादित बयान
हाल ही में गोवा में 53वां इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया में जूरी के हेड ने कश्मीर फाइल्स पर सवाल उठा दिए। फिल्म को लेकर उन्होने कहा कि इसका नाम इतने प्रतिष्ठित फिल्म समारोह की प्रतियोगिता खंड में देखकर मैं हैरान हूं। ऐसे में फिल्म को लेकर जमकर विवाद शुरू हो गया। जूरी हेड के बयान पर लोग खूब रिएक्शन देने लगे।
IFFI मेंबर ने दी सफाई
विवाद खड़ा होने के बाद IFFI के जूरी मेंबर सुदीप्तो सेन ने ट्विटर पर कई चीजों को स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि द कश्मीर फाइल्स पर नदव की टिप्पणी उनकी निजी राय है। उन्होंने ये भी कहा कि एक जूरी मेंबर के तौर पर उन्होंने कोई भी राजनीतिक टिप्पणी करने से परहेज किया। अब सोशल मीडिया पर फिल्म को लेकर उनका कमेंट खूब वायरल हो रहा है। और लोग इसपर अलग-अलग तरह के रिएक्शन दे रहे हैं।
क्या बोले जूरी मेंबर?
सेन ने कहा कि IFFI के समापन समारोह के मंच से द कश्मीर फाइल्स पर ये पूरी तरह से उनकी निजी राय थी। आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, जहां हम 4 जूरी मौजूद थे, हमने प्रेस से बात की। हमने कभी अपनी पसंद या फिर नापसंद के बारे में कुछ भी नहीं बताया। दोनों ही हमारी आधिकारिक और समाहिक राय थी।
'फिल्म को लेकर ये उनकी निजी राय'
उन्होंने आगे कहा कि बतौर जूरियर हमें एक फिल्म की तकनीक, गुणवत्ता और और सोशल कल्चरल रेलीवेंस को जज करने के लिए नियुक्त किया गया है। हम किसी भी फिल्म पर किसी तरह की राजनीतिक टिप्पणी में शामिल नहीं होते और अगर ऐसा होता भी है, तो फिर ये पूरी तरह से व्यक्तिगत राय होती है। इसका जूरी बोर्ड से कोई भी लेना देना नहीं होता है।
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वायरल हो रहा जूरी हेड का भाषण
बताते चलें कि नदव लापिड, जेवियर अंगुले बारटुरेन, सुदीप्तो सेन, पास्कले चावांस और जिन्को गोटोह इस साल IFFI के जूरी सदस्य थे। समारोह की क्लोजिंग सेरेमनी के दौरान जूरी के हेड नदव लापिड ने स्टेज पर आकर भाषण दिया। उन्होंने कहा कि हम सभी परेशान हैं। ये हमें प्रोपोगेंडा और वल्गर फिल्म लगी। मैं इस मंच पर खुले तौर पर ये बात शेयर करने में कंफर्टेबल हूं।
विवेक अग्निहोत्री ने किया फिल्म का निर्देशन
'फिल्म कश्मीर फाइल्स' का निर्देशन विवेक अग्निहोत्री ने किया था। फिल्म की कहानी कश्मीरी पंडितों की हत्या के इर्द-गिर्द घूमती है। 90 के दशक की इस फिल्म में अनुपम खेर, मिथुन चक्रवर्ती, दर्शन कुमार औ पल्लवी जोश मुख्य भमिकाओं में हैं। ये फिल्म साल 2022 में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में है।