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कबीरधाम : MP के 6 हाथियों का दल सक्रिय, बिना रेडियो कॉलर के दल ने गभोड़ा में चार घरों को रौंदा

दुर्ग संभाग के सीमावर्ती इलाकों में हाथियों का उत्पात जारी है। बालोद जिले में चंदा हाथियों का दल सक्रिय है वहीं अब कबीरधाम जिले में मध्यप्रदेश की सीमा से 6 हाथियों का दल पहुंच चुका है।

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कवर्धा, 27 जुलाई। दुर्ग संभाग के सीमावर्ती इलाकों में हाथियों का उत्पात जारी है। बालोद जिले में चंदा हाथियों का दल सक्रिय है वहीं अब कबीरधाम जिले में मध्यप्रदेश की सीमा से 6 हाथियों का दल पहुंच चुका है। हाथियों द्वारा ग्राम गभोड़ा में 4 घरों को तोड़ दिया गया व घर में रखे राशन खा गए। यही नहीं, बाड़ी व खेतों में लगे फसलों को नुकसान पहुंचाकर हाथियों का दल जंगल में छिप गया है। इसके चलते ग्रामीण दहशत में है। वहीं वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों को पक्के मकानों में जाने के निर्देश दिए है।

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5 वयस्क व एक बच्चा दल में शामिल
मध्यप्रदेश के अचानकमार टाइगर रिजर्व (एटीआर) से घने जंगल के रास्ते से होते हुए जंगली हाथी कबीरधाम जिले की जंगलों तक पहुंच गए। हाथियों की संख्या 6 है, इनमें 5 व्यस्क हाथी और एक बच्चे के होने की भी सूचना है। हाथियों का यह दल सोमवार रात बोड़ला ब्लॉक के सीमावर्ती गांव बांकी से होते हुए पंडरिया ब्लॉक के गभोड़ा गांव तक पहुंच गया। हाथी छत्तीसगढ़ की सीमा में लगभग 10 किलोमीटर भीतर तक दाखिल हो चुके हैं।बोड़ला ब्लॉक के ग्राम दलदली क्षेत्र में ही उत्पात मचा रहे हैं।

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हाथी बिना रेडियो कॉलर आईडी के, इसलिए बढ़ी चिंता
दरअसल इन हाथियों के दल में किसी भी हांथी में रेडियो कॉलर आईडी नही हैं। दल के किसी भी हाथी में सेटेलाइट कॉलर आईडी नहीं होने से हाथियों के दल का हर समय सही लोकेशन नहीं मिल पा रहा है। इससे हाथियों के दल के अचानक गांवों में घुसने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। इसलिए वन विभाग भी बचाव करने में असक्षम है।

फारेस्ट अधिकारी परेशान, नही मिल रहा लोकेशन
सूचना पर फॉरेस्ट की टीम मंगलवार को दिनभर दौड़ती रही, लेकिन हाथियों का लोकेशन नहीं मिला। फिलहाल, वन विभाग की दो अलग-अलग टीमें पंडरिया ब्लॉक के पंडरीपानी बीट और बोड़ला ब्लॉक के बांकी गांव के आसपास जंगल में गश्त कर रही है। ये दोनों गांव मध्यप्रदेश की सीमा से लगे हुए हैं। तरेगांव रेंज के डिप्टी रेंजर संतराम गढ़ेवाल बताते हैं कि हाथियों ने गभोड़ा में घरों व फसलों को नुकसान पहुंचाया है। हाथियाें का लोकेशन पता कर रहे हैं, लेकिन पता नहीं चल पाया है।

वन विभाग ने कराई मुनादी, की जा रही निगरानी
कबीरधाम वन मंडल अधिकारी चूड़ामणि सिंह ने बताया कि हाथियों के दल पर रेंजर व वनरक्षकों द्वारा निगरानी रखी जा रही है। ग्राम गभोड़ा में तीन घरों में कुछ नुकसान हुआ है। वन विभाग की टीम की समझाईश पर ग्रामीण आसपास के पक्कों में चले गए हैं ताकि किसी तरह से जनहानि न हो। क्षेत्र के आसपास के ग्राम सेमसाता, बांकी, गभोड़ा, दलदली, केशमर्दा, झोलबाहरा, ख़ुर्रिपानी में मुनादी कराकर एलर्ट जारी किया गया है।

हर दो माह में छत्तीसगढ़ पहुंच रहे हाथी
इस वर्ष हर दो माह में हाथियों का दल मध्यप्रदेश से कबीरधाम के वनांचल गांवों में पहुंच रहा है। इससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। क्योंकि पूर्व में उनका हाथियों से सामना नहीं हुआ है। ऐसे में उन्हें क्या करना है यह भी नहीं पता। जबकि हाथी गांव में उत्पात मचा रहे हैं।हाथियों का दल पिछले वर्ष नवंबर से लगातार कबीरधाम जिले की ओर रूख कर रहे हैं। नवंबर 2021 में बोड़ला ब्लाक के सुदूर वनांचल गांव कोयलारी, पीपरखुंटा में 16 की संख्या में हाथियों का दल पहुंचा था। यहां के खेत और बाड़ियों के फसलों को नुकसान भी पहुंचाया था। इसके बाद इस साल फरवरी और अप्रैल में पंडरिया ब्लॉक के वनांचल में 9 हाथियों का दल मध्यप्रदेश से पहुंचा था।

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English summary
Kabirdham: Team of 6 elephants of MP active, team trampled four houses in Gabhoda without radio collar
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