संसद की स्थायी समितियों ने वर्चुअल मीटिंग से किया इनकार, कहा- इससे कार्यवाही लीक होने का खतरा
संसद की विभिन्न स्थायी समितियों ने वर्चुअल बैठकें आयोजित करने के सुझाव को खारिज कर दिया है।
नई दिल्ली, 8 जून। संसद की विभिन्न स्थायी समितियों ने वर्चुअल बैठकें आयोजित करने के सुझाव को खारिज कर दिया है। संसद की विभिन्न समितियों द्वारा जुलाई से अपनी नियमित बैठकें फिर से शुरू करने की संभावना है। रिपोर्ट के मुताबिक अधिकांश संसद सदस्यों, वरिष्ठ अधिकारियों और सहायक कर्मचारियों का टीकाकरण हो चुका है और और सक्रिय मामले भी कम हो गए हैं इसलिए ये बैठकें अब जुलाई से फिर से शुरू हो सकती हैं।
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कांग्रेस
ने
की
थी
वर्चुअली
बैठकों
की
मांग
बता
दें
कि
कांग्रेस
और
कुछ
अन्य
विपक्षी
दलों
ने
लोकसभा
और
राज्यसभा
दोनों
से
इन
बैठकों
को
वर्चुअली
आयोजित
कराने
का
आग्रह
क
किया
था।
लेकिन
इन
बैठकों
को
आयोजित
करने
के
सुझाव
को
दोनों
सदनों
ने
इस
आशंका
के
चलते
खारिज
कर
दिया
कि
समितियों
की
कार्यवाही
लीक
हो
सकती
है।
इन
समितियों
की
कार्यवाही
गोपनीय
है
और
उचित
सहमति
के
बिना
इसे
सार्वजनिक
डोमेन
में
साझा
नहीं
किया
जा
सकता
है।
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खबरों के अनुसार सदन ने आगे कहा कि संसद की स्थाई समिति की बैठकों को वर्चुअली आयोजित करने का कोई प्रावधान नहीं है। ये बैठकें गोपनीय होती हैं और वर्चुअली माध्यम से बैठक होने पर इन बैठकों के लीक होने की संभावना रहती है। खबरों के अनुसार इस बारे में सदस्यों को सूचित कर दिया गया है कि वर्चुअली बैठक आयोजित करना संभव नहीं है।
जयराम
रमेश
ने
किया
था
वर्चुअली
बैठकों
का
अनुरोध
बता
दें
कि
कांग्रेस
नेता
और
राज्यसभा
सांसद
जयराम
रमेश
ने
ट्विटर
के
माध्यम
से
संसदीय
स्थाई
समिति
की
बैठकों
को
वर्चुअली
बुलाने
का
अनुरोध
किया
था।