दामन थामने से पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान जो थे भाजपा के खिलाफ, कभी सोनिया गांधी को बताया था 'शेरनी'
नई दिल्ली। बुधवार को कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारतीय जनता पार्टी की दामन थाम मध्य प्रदेश के साथ-साथ देश की राजनीति में भूचाल ला दिया है। एक तरफ जहां बाहें फैलाकर भाजपा के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का स्वागत कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के उनके साथी कोसने में जुटे हुए हैं। कोई उनको आरएसएस का एजेंट बता रहा है तो कोई विभिषण बता रहा है। हालांकि ज्योतिरादित्य सिंधिया का भाजपा के प्रति काफी तल्ख रवैया रहा है। इसलिए हम आपको उनके उन बड़े बयानों के बारे में बताने जा रहे हैं जो भाजपा के खिलाफ थे।
कर्नाटक में सियासी संकट के दौरान भाजपा पर लगाया था आरोप
आठ महीने पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कर्नाटक में सियासी संकट के दौरान भाजपा के खिलाफ बयान देते हुए कहा था कि बीजेपी की नीयत लोकतंत्र की हत्या करने की है। जब ये सीधा चुनाव नहीं जीत पाए तो पिछले दरवाजे से सत्ता हथियाना चाहती है। भाजपा के खिलाफ बयान देने वाले सिंधिया अब भगवा दल का दामन थाम चुके हैं।
भाजपा नेताओं पर घृणा की राजनीति करने का लगाया था आरोप
सबसे ज्यादा खास बात यह है कि पार्टी का दामन थामने से 15 दिन पहले तक पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर लगातार हमले कर रहे थे। लेकिन अब वह भाजपा में शामिल हो गए हैं। सिंधिया ने भाजपा के नेताओं पर घृणा की राजनीति करने का आरोप लगाया था।
कभी सोनिया गांधी को बताया था शेरनी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल के दौरान पार्टी चीफ विप के दौरान सिंधिया ने सोनिया गांधी को शेरनी बताया था। अब सिंधिया को सोनिया गांधी ने ही पार्टी से निकाल दिया। हालांकि सिंधिया ने पहले ही इस्तीफा दे दिया था। सिंधिया ने भाजपा पर आर्थिक मोर्चे पर असफलता का आरोप लगाया था। रोजगार के मोर्चे पर भी सिंधिया ने मोदी सरकार को खूब घेरा था।
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