ढाई हजार करोड़ की हेरोइन तस्करी का मास्टरमाइंड दुबई से दिल्ली लौटा तो ATS ने एयरपोर्ट से ही दबोचा
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में गुजरात से आई एंटी टेररिज्म स्क्वाड (एटीएस) के जवानों को बड़ी कामयाबी मिली। एटीएस के जवानों ने हजारों करोड़ की हेरोइन की तस्करी के मुख्य आरोपित शाहिद सुमरा (35 वर्षीय) को दबोच लिया। शाहिद सुमरा दुबई से लौटा था और जैसे ही विमान से दिल्ली पहुंचा, एयरपोर्ट पर उसे एटीएस की टीम ने पकड़ लिया। शाहिद को पंजाब और गुजरात की पुलिस काफी समय से खोज रही थीं। वह मूलत: कच्छ जिले की मांडवी तहसील का रहने वाला है। पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई से उसके लिंक हैं।
2500 करोड़ की हेरोइन तस्करी का मामला
एटीएस से जुड़े सूत्रों ने बताया कि, शाहिद पर गुजरात में 2 और पंजाब में भी 2 केस दर्ज हैं। इन चारों ही मामलों में उस पर 2500 करोड़ रुपए कीमत की हेरोइन को पाकिस्तान से समुद्र के रास्ते कच्छ में मंगाने और फिर ट्रांसपोर्ट के जरिए पंजाब में भेजने का आरोप है। बताया जा रहा है कि, हेरोइन 530 किलो थी। इतना ही नहीं, अगस्त 2018 में देवभूमि द्वारका के सलाया से जब्त की गई 15 करोड़ की 5 किलोग्राम हेरोइन मामले में भी सबसे पहले शाहिद का ही नाम आया था। उस केस में अलग-अलग राज्यों से 8 आरोपियों को पकड़ा गया था। गुजरात एटीएस के अनुसार, अब शाहिद की गिरफ्तारी हेरोइन तस्करी का नेटवर्क तोड़ने में अहम कड़ी साबित होगी। उसे दिल्ली से अहमदाबाद ले जाया गया है।
इसी साल अप्रैल में मिली थी 30 किलो हेरोइन
मालूम हो कि, इसी साल अप्रैल के महीने में गुजरात एटीएस द्वारा नूंह नाम की बोट से 30 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई थी। एटीएस ने यह कार्रवाई इंडियन कोस्ट गार्ड के साथ मिलकर अंजाम दी थी। तब 8 पाकिस्तानी नागरिकों को भी पकड़ा गया था। इस मामले में भी सुमरा की लिप्तता सामने आई थी और उसे वांटेड घोषित किया था। एटीएस के मुताबिक, हेरोइन की कीमत 150 करोड़ रुपए से ज्यादा थी और वह पंजाब निवासी मनजीत सिंह, रेशमसिंह और पुनित कजाला को भेजनी थी। एटीएस एवं इंडियन कोस्ट गार्ड्स की कार्रवाई में तब यह बात सामने आई थी कि, समंदर और ट्रक के जरिए तस्करी होती है।
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गुजरात का ही रहने वाला है शाहिद सुमरा
हेरोइन तस्करी से जुड़ा शाहिद सुमरा गुजरात के कच्छ जिले की मांडवी तहसील का रहने वाला है। एटीएस की जांच में पता चला है कि, वो आईएसआई से संपर्क में था। उसकी ओर से पाकिस्तान से भारत में भेजी गई ड्रग से मिले पैसों का उपयोग आतंकी गतिविधियों में भी किया गया है। अब अब तक की जांच में सामने आया है कि, उसने पाकिस्तान से बोट के जरिए अलग-अलग बार में 530 किलोग्राम हेरोइन को समंदर के रास्ते जखौ सीमा से सात-आठ माइल अंदर बोट से मंगाया। साथ ही छोटी फाइबर की बोट में रिसीव कर रफीक सुमरा की मदद से मांडवी में अपने कब्जे में लिया। बाद में हेरोइन को पंजाब पहुंचाया गया।