शाम 5 बजे तक मुख्य सचिव के संग बैठक करें अस्पताल, कल अदालत में हाजिर हों रिफिलर्स- ऑक्सीजन पर दिल्ली हाई कोर्ट
दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की संख्या के बीच दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली सरकार से कोरोना का टेस्ट करने वाली प्रयोगशालाओं और परीक्षण केंद्रों की स्थिति में सुधार करने की अपील की है।
नई दिल्ली, 26 अप्रैल। दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की संख्या के बीच दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली सरकार से कोरोना का टेस्ट करने वाली प्रयोगशालाओं और परीक्षण केंद्रों की स्थिति में सुधार करने की अपील की है। मालूम हो कि केंद्र सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले वकीलों द्वारा कोर्ट को यह सूचित किये जाने के बाद कि दिल्ली में कोरोना परीक्षण की संख्या कम हो गई है, कोर्ट ने यह टिप्पणी की है।
इस दौरान हाई कोर्ट दिल्ली में ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर केंद्र सरकार को भी फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा कि आश शाम 5 बजे तक मुख्य सचिव को अस्पताल समेत सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ बैठक बुलानी चाहिए। कोर्ट ने आगे कहा कि कल सुनवाई के दौरान सभी रिफिलस्स कंपनियां मौजूद रहें। अगर सप्लाई को सुचारू रूप से नहीं किया गया तो रिफिल्स कंपनियों पर कार्रवाई की जा सकती है। वहीं अदालत ने कहा कि जो भी फैसला बैठक में हो उसे अदालत को सूचित किया जाए।
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा कि जब दिल्ली में इनोक्स द्वारा 105 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही थी तो आपने उसे घटाकर 85 मीट्रिक टन क्यों कर दिया। इसके अलावा कोर्ट ने कहा कि ऑक्सीजन टैंकरों को रास्ते में क्यों रोका जा रहा है। इस पर तुषार मेहता ने कहा कि हम इसपर संज्ञान लेंगे और ऑक्सीजन टैंकरों को ग्रीन कॉरिडोर दिया जाएगा।
कोर्ट ने आगे कहा कि आप स्थापित मानदंडों का पालन नहीं कर रहे हैं। कोर्ट ने आगे कहा कि हमने आपसे ऑक्सीजन के आवंटन पर विचार करने को कहा, लेकिन आपने ऐसा नहीं किया और 21 लोगों की जान चली गई।
अदालत के इस प्रश्न का जवाब देते हुए सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि इसके लिए हम जिम्मेदार नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि ये मेरा काम नहीं राज्य का काम है। इस पर नाराजगी जताते हुए अदालत ने कहा कि ये आप की ही जिम्मेदारी है और आप इससे मुंह नहीं मोड़ सकते।
मालूम हो कि दिल्ली इस वक्त कोरोना की भयानक लहर का सामना कर रहा है। राज्य में कोरोना के मामलों में बेहिसाब वृद्धि देखने को मिली है। कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने 18 साल से ऊपर के सभी नागरिकों को कोरोना की वैक्सीन मुफ्त लगाने का वादा किया है। सोमवार को राज्य के सीएम केजरीवाल ने कहा, 'हमने 1.34 करोड़ वैक्सीन की खरीद को स्वीकृति दे दी है। हम कोशिश करेंगे कि जल्द से जल्द इनकी खरीद हो और जल्दी से जल्दी इन्हें लोगों को दिया जाये।'
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उन्होंने वैक्सीन निर्माताओं से कोरोना वैक्सीन के दाम कम करने की भी अपील की। उन्होंने कहा, 'मेरी वैक्सीन निर्माताओं से अपील है कि वे वैक्सीन की कीमत 150 रुपए प्रति खुराक करें। आपके पास लाभ कमाने के लिए पूरी जिंदगी है, लेकिन इस महामारी के समय में ऐसा करने की जरूरत नहीं है। मैं केंद्र सरकार से भी अपील करूंगा कि आवश्यकता होने पर वैक्सीन के दामों में कटौती की जाए।'
इससे पहले आज सीएम केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने छतरपुर में आईटीबीपी द्वारा चलाये जा रहे सरदार पटेल कोविड सेंटर का दौरा किया। सोमवार से अस्पताल ने काम करना शुरू कर दिया। केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में कोरोना की स्थिति को देखते हुए राज्य में लॉकडाउन को 1 और सप्ताह के लिए बढ़ा दिया है।
रविवार को केजरीवाल ने देश के टॉप उद्दोगपतियों से इस कोरोना काल में दिल्ली की मदद करने की भी अपील की। उन्होंने एक चिट्ठी के जरिए कहा, 'अगर आपके पास ऑक्सीजन और टैंकर हैं तो कृपया दिल्ली सरकार की मदद करें।...आप जिस तरीके से भी मदद कर सकते हैं करें।' हालांकि दिल्ली में पीएम केयर्स फंड से 8 ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित किये जा रहे हैं।