राजनांदागांवः अस्पताल ने दूसरे का सौंपा शव तो घरवालों ने अपना सदस्य समझ कर दिया अंतिम संस्कार
राजनांदगांव, 20 अप्रैल। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य विभाग और अस्पतालों में लापरावही के मामले भी खूब सामने आ रहे हैं। ताजा मामला राजनांदगांवजिले के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की है, जहां अस्पताल प्रबंधन ने दो दिन पहले मृत हुए व्यक्ति का शव दूसरे परिजनों को थमा दिया। परिजनों ने कोविड प्रोटोकाल के साथ अंतिम संस्कार तक कर दिया।
वहीं दूसरे दिन जब मृतक का बेटा शव लेने मरच्यूरी पहुंचा तब खुलासा हुआ कि पिता का शव गायब है। पता चला कि दूसरे परिजनों को शव थमा दिया गया है। वहीं अंतिम संस्कार कर चूके दूसरे पक्ष को जब पता चला कि यह कोई और है, उनके होश उड़ गए। सोमवार को दोनों पक्ष अस्पताल पहुंचे। दोनों पक्षों में शव को लेकर जमकर बहस हुई। एक-दूसरे पर आरोप मढ़ते रहे।
दरअसल, बीते रविवार को बसंतपुर अस्पताल में जामगांव पाटन के रहने वाले राजेश चंद्राकर की मौत हो गई। इसके बाद शव को मरच्यूरी में रखा गया था। परिजन सुबह से शव लेने का इंतजार कर रहे थे कि इस बीच मरच्यूरी के कर्मचारियों ने परिजनों को बुलाकर एक शव थमाया जो कि सिर से पैर तक पूरी तरह से पैक था। परिजनों को चेताया गया कि इसे खोलकर नहीं देखना है।
छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच अब कुछ राहत दिखने लगी है। बीते सोमवार को 48 हजार 673 लोगों के टेस्ट हुए। इस एक दिन में 13834 नए मरीज सामने आए। सोमवार को संक्रमण दर 28.42% रही। एक सप्ताह बाद यह लगातार दूसरा दिन है जब संक्रमण दर 30% से कम रही है। रविवार को भी संक्रमण की दर 28% ही रही थी। वहीं बीते सोमवार को 11 हजार 815 मरीज ठीक भी हुए।
भारत में अक्टूबर में ही खोज लिया गया था नए प्रकार का कोरोना वायरस B.1.167, जिसके कारण आई दूसरी लहर