किसान नेता बंगाल जाकर करेंगे बीजेपी के खिलाफ प्रचार, कल 294 गाड़ियां होंगी रवाना
चंडीगढ़। केंद्र सरकार की तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान पिछले 105 दिन से दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हुए हैं। सरकार और किसानों के बीच जनवरी से बातचीत बंद है। इस बीच किसान नेताओं ने अपने विरोध प्रर्दशन की रणनीति में बदलाव किया है। किसान अब सरकार का विरोध करने के लिए उन 5 राज्यों में जाने वाले हैं, जहां इस महीने से चुनाव होने वाले हैं। किसान नेता इन राज्यों में बीजेपी के खिलाफ अभियान चलाएंगे।
Recommended Video
भारतीय किसान यूनियन (राजेवाल) के प्रेसिडेंट बलबीर सिंह राजेवाल ने गुरुवार को कहा कि, किसानों के विरोध के 105 दिन हो गए हैं। हमने कई टीमों का गठन करने का फैसला किया है जो उन 5 राज्यों का दौरा करेंगी जहाँ चुनाव होने वाले हैं। एक अपील की जाएगी कि लोग बीजेपी को नहीं बल्कि किसी को भी वोट दे सकते हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वे किसी पार्टी के पक्ष में लोगों को वोट डालने के लिए नहीं कहेंगे।
राजेवाल ने कहा कि, मैं कोलकाता जाऊंगा। बंगाल में 294 विधानसभा सीटे हैं, जहां किसानों की मांगों से संबंधित लिट्रेचर बांटने के लिए भेजा गया है। हम इन हलकों में जाने के लिए शुक्रवार को 294 गाड़ियों को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया जाएगा। बंगाल में 4 ग्रुप लीडर्स के बनाए गए हैं, जो रोज 3 से 4 रैलियां विभिन्न जिलों में जाकर करेंगे। उन्होंने कहा कि बंगाल के लोगों का प्यार देश के किसानों प्रति काफी है।
कल के हरियाणा सरकार के अविश्वास प्रस्ताव गिरने पर राजेवाल ने कहा कि, हरियाणा के लोग तो जागे हुए है, लेकिन वहां के एमएलए अभी तक सोए हुए हैं, नहीं तो आज सरकार नहीं बचती। किसान नेता ने कहा कि, मोदी सरकार देश के किसानों व मजदूरों के खिलाफ हो गई है। अब सरकार की ओर से सब चीजों को प्राइवेट किया जा रहा है, ताकि वे कॉर्पोरेट घरानों को खुश कर सकें। देश के किसान भाजपा सरकार के खिलाफ पूरी तरह से डटे हुए हैं और जब तक तीन कृषि कानूनों को रद्द नहीं किया जाता वे चुप नहीं बैठने वाले।
Covid-19: महाराष्ट्र में एक लाख से अधिक कोरोना के एक्टिव केस, इन राज्यो ने भी बढ़ाई चिंता