नितिन कामत और निखिल कामत को मिलेगी सालाना 100 करोड़ रुपए सैलरी, जानिए कौन हैं ये दोनों भाई
बेंगलुरू, 29 मई। भारत में तेजी से आगे बढ़ रही स्टार्टअप कंपनी 'फिनटेक यूनिकॉर्न जेरोधा' के सह-संस्थापक और डायरेक्टर भाईयों नितिन कामत और निखिल कामत को सालाना 100 करोड़ रुपए सैलरी मिलेगी। इतना ही नहीं नितिन की पत्नी सीमा पाटिल को भी सालाना 100 करोड़ रुपए सैलरी दिए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया है। उन्हें हाल ही में 'जेरोधा' का होल-टाइम डायरेक्टर बनाया गया है।
परिवार की कुल सैलरी हुई 300 करोड़ रुपए
बता दें कि जेरोधा की बोर्ड मीटिंग में यह फैसला लेते हुए एक विशेष प्रस्ताव पारित किया गया है। इस हिसाब से परिवार की सालाना आय कुल मिलाकर 300 करोड़ रुपए हो जाएगी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तीनों (निखिल, नितिन और सीमा) की बेसिक सैलरी प्रति माह 4.17 करोड़ रुपए होगी, इसके साथ ही उन्हें 4.17 करोड़ रुपए प्रति माह इंसेंटिव और भत्ता मिलेगा।
100 करोड़ सैलरी वाले को-फाउंडर और डायरेक्टर
सालाना 100 करोड़ रुपए सैलरी का प्रस्ताव पारित होने के बाद दोनों भाई भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले को-फाउंडर और डायरेक्टर बन गए हैं। वहीं दूसरी ओर सीमा पाटिल इस सैलरी के साथ होल-टाइम डायरेक्टर के पद पर सबसे अधिक सैलरी पाने वाली महिला बन गई हैं। स्टार्टअप लिस्ट में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले जोमैटो के दीपिंदर गोयल दूसरे नंबर पर हैं।
इन्हें भी मिली सबसे ज्यादा सैलरी
जबकि पेटीएम के विजय शेखर शर्मा, ड्रीम 11 के हर्ष जैन और कारट्रेड के विनय सांघी, इनक्रेड के भूपिंदर सिंह भी इस लिस्ट में शामिल हैं। इन सभी ने सालाना 3 से 6 करोड़ रुपए की सैलरी ली। इस सूचि में सन टीवी के प्रमोटर कलानिधि मारन और उनकी पत्नी कावेरी कलानिधि मारन का भी नाम शामिल है जिन्होंने वित्त वर्ष 2020 में 87.5 करोड़ रुपए वेतन लिया। उनके अलावा हीरो मोटोकॉर्प के प्रमोटर पवन मुंजन को भी 84.6 करोड़ रुपए एक साल की सैलरी दी गई है।
क्या है 'जेरोधा'
हालांकि, टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक नितिन कामत ने कहा है कि यह सिर्फ एक रेजोल्यूशन है, इसका मतलब यह नहीं है कि हमने उस वेतन को आवश्यक रूप से स्वीकार कर लिया है। इस पर अभी व्यक्तिगत रूप से फैसला लिया जाना बाकि है। आपको बता दें कि जेरोधा की आधिकारिक वेबसाइट पर दर्ज जानकारी के मुताबिक यह एक फाइनेंशियल सर्विस कंपनी है। जेरोधा रिटेल और इंस्टीट्यूशनल ब्रोकिंग, करेंसी और कमोडिटी ट्रेडिंग, म्यूचुअल फंड और बॉन्ड प्रदान करती है।
साल 2010 में हुई थी स्थापना
नितिन कामत और निखिल कामत ने 'जेरोधा' की स्थापना साल 2010 में की थी। इसका मुख्यालय बेंगलुरू में है। कंपनी अपने ग्राहकों को काफी कम शुल्क में शेयर खरीदने और बेचने की सुविधा प्रदान करती है। कस्टमर्स की संख्या के हिसाब से देखा जाए तो जेरोधा देश की सबसे बड़ी ब्रोकरेज फर्म है। कोरोना वायरस महामारी काल में कंपनी का खुदरा आधार 20 लाख से 50 लाख बढ़ा है।
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