दिलवाला Boss: हर कर्मचारी को 63 लाख की सैलरी, घर से काम, बंगला बेचकर दिया इंक्रीमेंट
दिलवाला Boss: हर कर्मचारी को 63 लाख की सैलरी, घर से काम, बंगला बेचकर दिया इंक्रीमेंट
नई दिल्ली। आपने सख्त रवैये वाले बॉस के बारे में कई बार सुना होगा, लेकिन आज जिस बॉस के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं, वो दुनिया का सबसे बेस्ट बॉस है। न केवल अपने कर्मचारियों के लिए बल्कि जो लोग भी इसकी स्टोरी जान रहे हैं उन्हें दुनिया का सबसे अच्छा बॉस होने का टाइटल दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर इस ब़ॉस की स्टोरी खूब वायरल हो रही है। आइए आपको भी इस दिलवाले ब़ॉस से मिलवाते हैं।
दुनिया का सबसे दिलवाला बॉस
अमेरिकी
कंपनी
ग्रेवटी
पेमेंट
के
सीईओवडैन
प्राइस
को
लोग
वर्ल्ड
बेस्ट
बॉस
का
टाइटल
दे
रहे
हैं।
उनकी
वाहवाही
हो
रही
है,
जिस
तरह
से
उन्होंने
अपने
कर्मचारियों
के
लिए
सुविधाओं
का
ख्याल
रखा
है,
लोग
उसे
जानकार
उनकी
तारीफ
कर
रहे
हैं।
Gravity
Payments
नाम
की
कंपनी
चलाने
वाले
डैन
प्राइस
(Dan
Price)
ने
अपने
इंप्लाइ
की
सैलरी
कम
के
कम
80000
डॉलर
यानी
63.7
लाख
रुपए
सालाना
रखी
है।
उन्होंने
कहा
है
कि
कम
से
कम
इतनी
बेसिक
सैलरी
तो
जरूरी
है।
उन्होंने
कहा
कि
हर
कंपनी
को
इसके
बारे
में
सोचना
चाहिए।
कहीं से भी काम करने की सुविधा
न केवल सैलरी, बल्कि डैम अपने कर्मचारियों को कही से भी काम करने की सुविधा देते हैं । उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि उनकी कंपनी कम से कम 80 हजार डॉलर की सैलरी पैकेज हर इंप्लाई की है। उन्हें काम के लिए कहीं भी बाधा नहीं जाता, वो जहां से चाहे वहां से काम करते हैं। इसके अलावा डैम अपने कर्मचारियों को सीक लीव, पेड पैटर्नल लीव जैसी तमाम सुविधाएं देते हैं। उनका कहना है कि अगर इंप्लाई खुश तो कंपनी की तरक्की अपने आप होने लगती है।
इंक्रीमेंट के लिए बेच दिया घर
उन्होंने
कहा
कि
उनके
पास
दर
दिन
नौकरी
के
लिए
सैकड़ों,
हजार
एप्लीकेशन
आ
रहे
हैं।
डैम
ने
अपने
इंप्लाइ
के
इंक्रीमेंट
के
लिए
अपना
घर
तक
बेच
दिया।
साल
2021
में
उन्होंने
अपने
कर्मचारियों
की
सैलरी
में
बढ़ोतरी
कर
दी।
इसके
लिए
उन्हें
अपना
घर
तक
बेचना
पड़ा
था।
घऱ
बेचने
से
जो
पैसा
मिला
उससे
उन्होंने
अपने
स्टाफ
की
सैलरी
51
लाख
रुपए
सालाना
कर
दी।
इतना
ही
नहीं
उस
दौरान
डैम
और
उनके
स्टाफ
की
सैलरी
एक
समान
हो
गई
थी।
डैम
का
मानना
है
कि
जब
इंसान
खुश
रहता
है
तो
अपना
बेस्ट
देता
है।
My company pays an k min wage, lets people work wherever they want, has full benefits, paid parental leave, etc.
We get over 300 applicants per job.
"No one wants to work" is a hell of a way of saying "companies won't pay workers a fair wage and treat them with respect."
— Dan Price (@DanPriceSeattle) August 8, 2022