पीएफ खाताधारक ध्यान दें, वेबसाइट में आ गई है बड़ी खराबी!
अगर सरकार की तरफ से लगातार इसे सही करने की कोशिश चल रही है तो कई हफ्तों के प्रयास के बावजूद इसका सही न होना ये दर्शाता है कि वेबसाइट में कोई बड़ी खराबी आ गई है।
नई दिल्ली। जहां एक ओर मोदी सरकार लगातार डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने की बात कर रही है, वहीं दूसरी ओर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की वेबसाइट पर ही कई समस्याएं हैं। आपको बता दें कि ईपीएफओ के करीब 17 करोड़ सब्सक्राइबर हैं, जिन्हें ईपीएफओ की वेबसाइट के काम न करने की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार को ही ईपीएफओ की तरफ से आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करके करीब 3 महीने तक ईपीएफओ की वेबसाइट सही से काम न करने को लेकर माफी मांगी है।
हालांकि, ईपीएफओ की ओर से किए गए ट्वीट के बाद ही उस पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ सी आ गई। लोगों ने शिकायत की कि अभी भी ईपीएफओ की वेबसाइट सही से काम नहीं कर रही है। ईपीएफओ का यूएएन मेंबर पोर्ट सिर्फ रजिस्टर्ड नियोक्ता (https://unifiedportal-emp.epfindia.gov.in/epfo/) के लिए काम करता दिख रहा है, जबकि एंप्लॉई वाला लिंक अभी भी नहीं खुल रहा है (https://unifiedportal-mem.epfindia.gov.in/memberinterface)। इन सभी ये यह साफ हो जाता है कि ईपीएफओ की वेबसाइट पर सॉफ्टवेयर अपडेशन की दिक्कतें अभी तक चल रही हैं और डिजिटल इंडिया में अपना पीएफ ऑनलाइन देखने का विकल्प ही काम नहीं कर रहा है। यहां आपको बता दें कि सॉफ्टवेयर अपडेशन का काम इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्रालय के तहत पुणे की एक रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन 'सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग' द्वारा किया जाता है। ये भी पढ़ें- रेल में करते हैं खाना ऑर्डर, इससे ज्यादा मत दीजिए दाम, प्रभु ने जारी की रेट लिस्ट
फरवरी में भी ईपीएफओ ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिए तकनीकी खराबी के लिए माफी मांगी थी, लेकिन इतने दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक ईपीएफओ की वेबसाइट सुचारु रूप से चलना शुरू नहीं हो पाई है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर डिजिटल इंडिया को बढ़ावा कैसे मिलेगा, जबकि ईपीएफओ जैसी सरकार की बेहद महत्वपूर्ण वेबसाइट कई हफ्तों से सही तरीके से काम नहीं कर पा रही है। और अगर सरकार की तरफ से लगातार इसे सही करने की कोशिश चल रही है तो कई हफ्तों के प्रयास के बावजूद इसका सही न होना ये दर्शाता है कि वेबसाइट में कोई बड़ी खराबी आ गई है।