Bitcoin रखने वालों को नागरिकता दे रहा ये मध्य अमेरिकी देश, जानिए कितने बिटकॉइन की जरूरत?
नई दिल्ली, 9 जून। अल साल्वाडोर पहला देश है जिसने बिटकॉइन को आधिकारिक मुद्रा के रूप में स्वीकृत किया है। अल सल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले ने ट्विटर पर बताया कि देश की कांग्रेस ने 9 जून को देश में बिटकॉइन को कानूनी निविदा बनाने वाले बिल को मंजूरी दी। साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा की कि अल सल्वाडोर में बिटकॉइन का निवेश करने वाले लोगों को देश की नागरिकता मिलेगी। अल सल्वाडोर में संभावित 84 मतों में से 62 मत प्राप्त करने के बाद विधेयक पारित किया गया था।
अल सल्वाडोर की सरकार उन लोगों को देश की नागरिकता देगी जो अर्थव्यवस्था में तीन बिटकॉइन निवेश करेंगे।
सरकार के इस कदम के बाद अल सल्वाडोर के नागरिक अब बिटकॉइन में कीमतें दिखा सकेंगे। उन्हें डिजिटल करेंसी के साथ कर योगदान करने की भी अनुमति होगी और बिटकॉइन में एक्सचेंज पूंजीगत लाभ कर के अधीन नहीं होंगे।
अल
सल्वाडोर
की
अपनी
करेंसी
नहीं
क्रिप्टोकरेंसी
के
चाहने
वालों
के
लिए
अल
सल्वाडोर
का
ये
कदम
उत्साह
बढ़ाने
वाला
है।
हालांकि
अभी
भी
दूसरे
देशों
के
लिए
डिजिटल
मुद्रा
के
साथ
प्रचलित
करेंसी
को
बदल
पाना
आसान
नहीं
होगा।
Bitcoin को डोनाल्ड ट्रंप ने बताया स्कैम, कहा- डॉलर के लिए खतरा
अल सल्वाडोर ऐसा कर सका है इसकी प्रमुख वजह यह है कि देश की अपनी कोई करेंसी नहीं है। यहां पर वर्तमान में अमेरिकी डॉलर का उपयोग आधिकारिक मुद्रा के रूप में किया जाता है। सल्वाडोर ने कहा है कि अमेरिकी डॉलर के साथ विनिमय दरें "बाजार द्वारा स्वतंत्र रूप से स्थापित की जाएंगी।"