बदायूं का नाम भी बदलेगी योगी सरकार?, CM ने कहा- इसे पहले वेदमऊ कहते थे
बदायूं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब तक कई जिलों-शहरों के नाम बदल चुके हैं। मंगलवार को जब योगी आदित्यनाथ बदायूं आए तो उनके द्वारा कही गई बातों से लोगों को लगने लगा कि वह इस जिला मुख्यालय का नाम बदलकर भी किसी प्राचीन नगरी के नाम पर रख सकते हैं। योगी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "एक जमाने में बदायूं को वेदमऊ के नाम से जाना जाता था। चूंकि यह वेदों के अध्ययन के केंद्र के रूप में प्रसिद्ध रहा है। और, यह भी कहा जाता है कि महाराज भगीरथ, जिनके प्रयासों की बदौलत गंगा नदी पृथ्वी पर आईं, उनका भी इस जगह से नाता है।"
बदायूं का होगा पुन: नामकरण?
मुख्यमंत्री
ने
आगे
कहा,
"गंगा
पिछले
हजारों
सालों
से
सबसे
उपजाऊ
मिट्टी
प्रदान
कर
रही
है।
गंगा
और
यमुना
नदियों
द्वारा
लाई
गई
उपजाऊ
मिट्टी
दुनिया
में
कहीं
और
नहीं
मिल
सकती
है।"
हालांकि
पहले
जिले
का
नाम
बदलने
से
संबंधित
कोई
मांग
नहीं
थी,
फिर
भी
मंगलवार
को
सीएम
की
टिप्पणी
ने
स्थानीय
भाजपा
इकाई
को
हरकत
में
ला
दिया।
स्थानीय
भाजपा
नेता
रजित
सभरवाल
ने
अब
इस
संबंध
में
आधिकारिक
मांग
की
बात
कही
है।
रजित
ने
कहा
कि,
"हम
अब
बदायूं
का
नाम
बदलने
की
औपचारिक
मांग
करेंगे।
इसके
लिए
हमने
तैयारी
शुरू
कर
दी
है
और
तथ्यों
को
सामने
रखने
के
लिए
इतिहास
की
खोज-परख
कर
रहे
हैं।
हमें
उम्मीद
है
कि
चुनाव
से
पहले
यह
प्रक्रिया
पूरी
हो
जाएगी।"
क्या है बदायूं का इतिहास?
पौराणिक कथाओं के अनुसार, बदायूं का नाम अहीर राजकुमार बुद्ध के नाम पर रखा गया था। जिले की आधिकारिक वेबसाइट ने प्रोफेसर गोटी जॉन का उल्लेख करते हुए कहा है कि इस शहर का नाम एक प्राचीन शिलालेख में 'बेदामूथ' रखा गया था, जो वर्तमान में लखनऊ संग्रहालय में है। उस अवधि के दौरान, प्रदेश को 'पांचल' के नाम से जाना जाता था। पत्थर पर लिखी एक पंक्ति से पता चलता है कि बदायूं शहर के पास 'भदौनलक' नाम का एक गाँव था। वहीं, इतिहासकार रोज खान लोधी ने लिखा था कि यहां राजा अशोक ने एक बौद्ध विहार और एक किले का निर्माण कराया था और इसका नाम 'बौद्धमऊ' रखा था।
दिल्ली लखनउू से कितनी है दूरी?
बदायूं शहर दिल्ली से 235 किमी और लखनऊ से 311 किमी दूर है। भौगोलिक दृष्टि से बदायूं शहर गंगा नदी के पास स्थित है। इस जिले का कुल क्षेत्रफल 4,234 वर्ग किमी है। आबादी की बात करें, तो वर्तमान में, बदायूं में 21 फीसदी मुस्लिम आबादी है। सरकारी वेबसाइट बदायूं को महान सूफी संतों, अवलिया और पीर की पवित्र भूमि के रूप में भी वर्णित करती है। एक अधिकारी ने कहा कि, भाजपाई चाहते हैं कि इस जिले का नाम बदले। चूंकि, पौराणिक कथाओं के अनुसार, बदायूं का नाम अहीर राजकुमार बुद्ध के नाम पर रखा गया था। उन्होंने कह कि, यह शहर गंगा नदी के पास स्थित है और यह दिल्ली से 235 किमी और लखनऊ से 311 किमी दूर है।
अलीगढ़ का नाम भी बदलेगी सरकार
अलीगढ़ का नाम हरिगढ़ और सुल्तानपुर का नाम कुशभवनपुर करने का प्रस्ताव पहले से ही यूपी सरकार के पास लंबित है। माना जा रहा है कि, चुनाव से पहले इस पर मोहर लग सकती है।