कुदरत का रहस्य: इस झील में गिरते ही इंसान बन जाता है 'पत्थर' का, सामने आई ये वजह
नई दिल्ली: कुदरत अपने आप में कई राज समेटे हुए है। आपने तो बहुत सारी सामान्य झील देखी होंगी, लेकिन आज हम आपको ऐसी झील के बारे में बताने जा रहे, जिसमें जाते ही इंसान या जानवर एकदम पत्थर जैसे कठोर हो जाते हैं। ये बात सुनने में तो थोड़ा अजीब लग रही, लेकिन पूरी तरह से सच है।
चुनिंदा जानवर ही पाए जाते
Lake Natron नाम की ये झील तंजानिया के अरुशा क्षेत्र के उत्तरी नागोरोंगोरो जिले में है। इसमें चुनिंदा जानवर ही पाए जाते हैं। अगर कोई आमजीव इसमें उतरा तो वो जम जाता है। हालांकि कुछ चुनिंदा जीव हैं, जो इस झील में जिंदा रहते हैं, लेकिन उनकी लाइफ ज्यादा नहीं रहती है। इस इलाके में फ्लेमिंगो नाम के पक्षी काफी पाए जाते हैं।
रहस्यमयी ज्वालामुखी है वजह
वैसे इस रहस्यमयी झील का रहस्य दशकों पहले ही वैज्ञानिकों ने सुलझा लिया था। उनके मुताबिक इसका पानी काफी ज्यादा क्षारीय है। इसकी वजह Ol Doinyo Lengai ज्वालामुखी है, जो झील की तरह ही रहस्यमयी है। इसमें से अजीबोगरीब लावा निकलता है। जिसे नैट्रोकार्बोनाटाइट कहा जाता है। वहीं झील के आसपास की पहाड़ियों में सोडियम कार्बोनेट और अन्य खनिज थे, जो आकर उसमें मिल गए। इस वजह से पानी क्षारीय हो गया है।
ये है वजह
वैज्ञानिकों के मुताबिक झील के पानी का पीएच लेवल काफी ज्यादा है। जिस वजह से अगर कोई इंसान या जानवर इसमें गया तो उसका उसका शरीर जलने लगेगा और बाद में उसकी मौत हो जाएगी। बात करें फ्लैमिंगो की तो उनकी त्वचा सख्त और पपड़ीदार है। जिस वजह से इस पानी का असर उन पर नहीं होता, लेकिन ये नर्म चमड़ी वाले इंसानों के लिए काफी घातक है। वैसे इस पानी का पीएच लेवल बारिश की बजह से बदलता रहता है।
क्यों शव दिखते हैं पत्थर की तरह?
इस झील में बहुत से जानवरों के शव पड़े हैं, जिन्हें देखने से लगता है कि वो पत्थर के बन चुके हैं और खराब भी नहीं होते। वैज्ञानिकों के मुताबिक इस पानी में शव डिकंपोज नहीं होता, ऐसे में इसमें गिरने वाले जानवरों और इंसानों का शरीर वैसे का वैसा बना रहता है। बस पानी और खून सूख जाने की वजह से वो कमजोर हो जाता है। इसी वजह से दूर से देखने पर ऐसा लगता है कि वो पत्थर का बना हुआ है।
झील के बीच 'नर्क का दरवाजा' फिर से खुला, हर सेकेंड निगल रहा 48000 क्यूबिक फीट पानी