रुपयों के बदले पाक खुफिया एजेंसी ISI को भेजी सूचना, बीकानेर-झुंझुनूं से 2 व्यक्ति पकड़े, 1 परिजन भी हिरासत में
बीकानेर। राजस्थान की खुफिया पुलिस ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्ताान के लिए जासूसी करने के संदेह में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इन्हें बीकानेर व झुंझुनूं से पकड़ा गया है। एक आरोपी के परिजन को भी हिरासत में लिया गया है। उससे भी पूछताछ की जा रही है।
यहां के रहने वाले हैं आरोपी
राज्य विशेष शाखा राजस्थान ने प्रदेश में विभिन्न सैन्य ठिकानों पर सेना की गतिविधियों की अतिगोपनीय व संवेदनशील सूचना पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (आईएसआई) से साझा करने के शक में श्रीगंगानगर एफएडी में कार्यरत सिविल डिफेंसकर्मी (ट्रेडमैन) विकास तिलोतिया निवासी किसारी मंडावा झुंझुनूं और महाजन फील्ड फायरिंग रेंज बीकानेर में कार्यरत संविदाकर्मी चिमनलाल नायक निवासी अजीतमाना बीकानेर को पकड़कर संयुक्त पूछताछ केन्द्र लाया गया।
एडीजी मिश्रा ने की मामले की पुष्टि
उमेश मिश्रा अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस (इंटेलीजेंस) ने बताया कि उक्त दोनों संदिग्धों की गतिविधियों की निगरानी, पूछताछ और इनके पास मिले मोबाइल फोन की जांच की में इन दोनों व्यक्तियों द्वारा सोशल मीडिया का प्रयोग कर सामरिक महत्व की गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तानी एजेंट को उपलब्ध करवाने की पुष्टि होने पर सोमवार को विशेष पुलिस थाना जयपुर ने धारा 3, 3/9 शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 में अभियोग दर्ज कर उक्त दोनों को आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है।
बैंक खाते में डलवाए रुपए
प्रारंभिक पूछताछ में विकास तिलोतिया द्वारा जासूसी कर गोपनीय जानकारी देने के बदले स्वयं एवं अपने परिजनों के बैंक खातों में रुपए प्राप्त करने की भी पुष्टि हुई है। इसके लिए आगामी अनुसंधान किया जा रहा है। विकास, चिमन तथा विकास के एक परिजन हेमंत से भी विभिन्न एजेंसियों द्वारा पूछताछ की जा रही है। उल्लेखनीय है कि उक्त संदिग्ध की गतिविधियों की प्राथमिक विशिष्ट सूचना एमआई लखनउ द्वारा राज्य विशेष शाखा राजस्थान को दी गई थी, जिसे विकसित कर यह कार्रवाई की गई।
यह जानकारी भेजने का आरोप
जानकारी अनुसार जांच के दौरान पता चला कि विकास कुमार ओरबेट (ऑर्डर ऑफ बेटल, कंपोजिशन एंड ऑडर ऑफ मिलिट्री फाइटिंग फॉर्मेशन), गोला-बारूद की फोटो, मात्रा, प्रकार, आगमन और प्रस्थान से संबंधित सैन्य जानकारी पाकिस्तान पहुंचा रहा था। जो की अभ्यास के लिए आने वाला सामान था। जांच में ये भी पाया गया कि विकास अपने भाइयों के बैंक खातों के जरिए भुगतान प्राप्त करता था। जो महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में पानी के टैंकर की सप्लाई करता था।
‘ऑपरेशन डेजर्ट चेज' के तहत कार्रवाई
खुफिया एजेंसियां इनकी गतिविधियों पर कई दिन से नजर रख रही थी। इन्हें पकड़ने के लिए भारतीय सेना, यूपी एटीएस और राजस्थान पुलिस द्वारा ज्वाइंट ऑपरेशन चलाया गया। जिसे ‘ऑपरेशन डेजर्ट चेज' नाम दिया गया था।
सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
खुफिया पुलिस की टीम दोनों को पकड़कर सीधे जयपुर ले गई। वहीं, दूसरी ओर फिल्ड फायरिंग रेंज में संदिग्ध व्यक्ति के पकड़े जाने की सूचना से सेना और सीमा सुरक्षा बल की खुफिया ऐजेंसिया भी अलर्ट मोड़ में आ गई हैं।