तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा- 'आसरा गृह कांड' में 5 बड़े 'रंगीन' अधिकारी हैं शामिल
पटना। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पेज से ट्वीट कर सीएम की नैतिकता पर सवाल उठाये हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि, 'नीतीश में नैतिक बल नहीं कि लड़कियों की इज्जत से खिलवाड़ करने वाले ऐसे नैतिक भ्रष्ट अधिकारियों को बर्खास्त कर सकें। अगर उन्होंने ऐसे किया तो ये अधिकारी इनका काला चिट्ठा खोल दुशासनी कुर्सी गंगा में फेंक देंगे।'
क्या है पूरा मामला
पटना के राजीवनगर स्थित 'आसरा' शेल्टर होम उस समय चर्चाओं में आया था, जब इसी माह बच्चियों को पीएमसीएच लाने के दौरान मौत हो गई थी। अब दो महिलाओं के गायब होने और शुक्रवार को एक बच्ची की मौत की खबर के बाद बड़ी लापरवाही का मामला सामने आ रहा है। बता दें कि बच्ची का पटना मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा था। वहीं, इस पूरे मामले पर स्टेशन हाउस ऑफिसर रोहन कुमार ने बताया कि कल (गुरुवार) से ही महिलाएं गायब हो गई है, जिनको ढूंढने की कोशिश जारी है। अब तक आसरा होम की तीन युवतियों की मौत चुकी है।
|
तेजस्वी ने किया ट्वीट
तेजस्वी ने शनिवार की सुबह ट्वीट कर कहा कि पटना के आसरा गृह कांड में 5 बड़े रंगीन अधिकारी संलिप्त है। नीतीश में नैतिक बल नहीं कि लड़कियों की इज्जत से खिलवाड़ करने वाले ऐसे नैतिक भ्रष्ट अधिकारियों को बर्खास्त कर सकें। अगर उन्होंने ऐसे किया तो ये अधिकारी इनका काला चिट्ठा खोल दुशासनी कुर्सी गंगा में फेंक देंगे। तेजस्वी ने सीएम नीतीश पर सीधा आरोप लगाया है कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह और पटना के आसरा गृह संचालको और आरोपियों के तार आपस में जुड़े हुए है। इसमें CM के अनेक पसंदीदा अधिकारी और सफ़ेदपोश सम्मिलित है। यह सत्ता संपोषित संगठित सेक्स रैकेट है। नीतीश जी द्वारा इन NGO को बिना जांच-पड़ताल के सरकारी खजाने से करोड़ों लुटाया गया है।
|
नीतीश खेल रहे सीटों का बंटवारा-बंटवारा
बिहार में सरकारी संरक्षण में चहुंओर बच्चियों की ईज्जत लूटी जा रही है और आप है की सीटों का बंटवारा-बंटवारा खेलने में मस्त और व्यस्त है। नेता प्रतिपक्ष नहीं बल्कि उन बहनों के भाई के नाते हाथ जोड़कर विनम्र आग्रह कर रहा हूं, कृपया बिहार की बेटियों को बचा लीजिये।