Government Teacher: शिक्षकों पर लगा मनमानी पर आरोप, छात्रों ने खोली स्कूल व्यवस्था की पोल
बिहार में शिक्षा व्यवस्था पर आए दिन सवाल उठते रहते हैं, भागलपुर में मिड डे मील गड़बड़ी मामले के बाद अब नालंदा में छात्रों ने शिक्षकों की मनमानी से तंग आकर विरोध प्रदर्शन किया, वहीं स्कूल प्रबंधन पर गंभीर आरोप भी लगाए।
Government Teacher: बिहार में आए दिन शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठते रहते हैं, मामले उठते हैं लेकिन कार्रवाई नहीं होत है। ताज़ा मामला बिहार के नालंदा ज़िले का है, जहां छात्रों ने शिक्षकों पर मनमानी का आरोप लगाया, वहीं मिड डे मील नहीं मिलने पर स्कूल के मेन गेट पर ताला जड़कर प्रदर्शन करने लगे। हिलसा प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय चिकसौरा में प्रदर्शन करने वाले छात्रो का आरोप है कि विद्यालय के प्रभारी और शिक्षक के आने जाने का कोई वक्त नही है, जब मर्जी होता है आते हैं और हाजिरी बना कर चले जाते हैं। विद्यालय में मिलने वाले मध्यान भोजन में भी बड़े पैमाने पर लूट खसोट किया जा रहा है।
छात्रों ने खोले स्कूल व्यवस्था के पोल
छात्रों का आरोप है कि चार्ट टेबल के हिसाब से मिड डे मील नहीं दिया जा रहा है। इसके साथ ही छात्रों को शिक्षक पढ़ाते भी नहीं है। मंगलवार को शिक्षकों की मनमानी के खिलाफ छात्रों ने प्रदर्शन किया। 10:30 बजे तक प्रभारी और शिक्षक के विद्यालय नहीं पहुंचने पर छात्रों ने मेन गेट पर ताला लगा दिया और हाथों में तख्तियां लेकर जोरदार प्रदर्शन करने लगे। वहीं इस मामले में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। इस मुद्दे पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि अभी वह राजगीर महोत्सव कार्यक्रम में हैं, कार्यक्रम से फ्री होकर मामले में कुछ भी बोल पांएंगे।
शिक्षकों ने जबरन खिलाया था ज़हरीला खाना
बिहार के भागलपुर ज़िले से भी कुछ दिन पहले मिड डे मील में गड़बड़ी का मामला सामने आया था, भोजन खाने के बाद एक साथ 200 छात्रों की तबियत बिगड़ गई थी। बच्चों के खाने में छिपकली दिखी जिसके बाद उन्होंने शिक्षक की इस बात की शिकायत की। बच्चों की शिकायत पर शिक्षक ने कहा छिपकली नहीं बैंगन है, खाना खाओ। छात्रों ने जब खाने से इनकार किया तो शिक्षक ने उन्हें जबरन पिटाई कर छिपकली गिरा हुआ मिड डे मील खिलाया।
मिड डे मील की थाली में थी छिपकली
मध्य विद्यालय मदत्तपुर गांव (नवगछिया प्रखंड) का यह पूरा मामला है। शिवानी कुमारी कक्षा 6 छात्रा ने बताया कि गुरुवार के दिन छात्रों को मिड-डे-मील दिया गया था। इस दौरान आयुष (छात्र) की प्लेट में मिड डे मील के साथ छिपकली भी थी। छिपकली देखते ही आयुष की चीख निकल पड़ी, उसके चिल्लाने पर वहां के दूसरे छात्र भी छिपकली देख खाना छोड़ कर उठ गए। वहीं मामले की जानकारी जब शिक्षक चितरंजन को हुई तो वह बच्चों के पास पहुंचे।
एक साथ 200 बच्चे हो गए थे बीमार
बच्चों ने शिक्षक से खाने में छिपकली होने की बात कही, जिस पर उन्होंने थाली देखा और कहा कि ये छिपकली नहीं बैंगन है। उन्होंने छिपकली को थाली से निकाल दिया और कहा कि खाना खाओ नहीं तो घर जाओ। इसके बाद भी बच्चों ने नहीं खाया तो उनकी पिटाई कर जबरदस्ती खाना खिलाया। जिसके बाद सभी बच्चों को मतली होने लगी और उनकी तबियत बिगड़ने लगी। बच्चों को उल्टी होता देख विद्यालय के स्टाफ ने आनन-फानन में सारा खाना फेंक दिया। बच्चों को अस्पताल ले जाने के बजाए स्कूल प्रबंध अपनी खामियों को छुपाने में जुट गया। परिजनों को मामले की जानकारी हुई तो वह स्कूल पहुंचे और सभी बच्चों को इलाज के लिए नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में भर्ती करवाया
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