मंत्री और जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने पीएम मोदी से की मुलाकात, मांग पत्र सौंपा
पटना। बिहार सरकार में मंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन ने पीएम मोदी से बुधवार को संसद में मुलाकात की। संसद भवन स्थित एनेक्सी में हुई इस मुलाकात के दौरान संतोष सुमन ने पीएम मोदी को अपना 10 मांगों वाला पत्र सौंपा। इस पत्र के जरिये संतोष सुमन ने उच्च न्यायपालिका और निजी क्षेत्र में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के आरक्षण की मांग की। इसके अलावा स्वर्गीय दशरथ मांझी को भारत रत्न देने की मांग की है।
साथ ही मांग किया कि प्रोन्नति में आरक्षण की व्यवस्था लागू की जाए। उत्तर पूर्वी राज्यों की तरह बिहार में प्रवेशिकोत्तर अनुसूचित जाति, जनजाति के छात्र-छात्राओं को दी जाने वाली छात्रवृत्ति की राशि में केंद्र राज्य अनुपात 90:10 किया जाए। हालांकि संतोष सुमन ने अपने पिता जीतन राम मांझी के किसी मांग को पीएम मोदी को दिये गए मांग पत्र में शामिल नहीं किया है।
हाल ही में जीतन राम मांझी ने मीडिया को दिये अपने बयान में केन्द्र सरकार से जातीय जनगणना कराने की मांग की थी । अपनी मांग के साथ जीतन राम मांझी ने ये भी तर्क दिया था कि इससे विभिन्न जातियों की वास्तविक स्थिति का भी पता चल सकेगा ।
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पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी ने कहा कि बिहार के विकास पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री बिहार के लोगों के प्रति अच्छी सोच रखते हैं। बिहार के दलितों और अल्पसंख्यकों के प्रति भी अच्छी सोच रखते हैं। पत्रकारों से बातचीत करते हुए संतोष मांझी ने कहा कि उनकी पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की यूपी विधान सभा चुनाव लड़ने मंशा है। इस पर कार्यकर्ताओं से विचार-विमर्श कर जल्द निर्णय लिया जाएगा। संतोष मांझी ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हाल में ही मुलाकात कर उनकी जमकर प्रशंसा की थी। उन्होंने साफ कहा है कि उनकी पार्टी भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहती है।