बिहारः विधान परिषद के 12 मनोनीत सीटों पर कांग्रेस ने सीएम नीतीश कुमार पर किया पलटवार
पटना। दिल्ली से दो दिवसीय दौरे से वापस लौटने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने बिहार विधान परिषद के लिए 12 सदस्यों के जल्द ही मनोनयन को लेकर बयान दिया है, जिसके बाद से बिहार में राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस पार्टी ने राज्यपाल से आग्रह किया है उन्हें इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि परिषद की जिस कोटे की सीट हो उसी कोटे से बिहार विधान परिषद के सदस्य मनोनीत किये जाने चाहिए। कांग्रेस MLC प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि अगर कोई कृषि सलाहकार है तो उसे कृषि क्षेत्र से जो वैज्ञानिक सलाहकार हैं उसे विज्ञान से और कला के पारखी को कला के क्षेत्र से मनोनीत किया जाना चाहिए।
एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि ऐसा नहीं है कि दूसरे कैटेगरी के लोगों में किसी राजनीतिक दल के प्रतिनिधि का मनोनयन हो। प्रेमचन्द मिश्रा ने कहा कि न्यायालय मे कर्नाटक के संदर्भ में हाल ही में यह आदेश दिया है कि मनोनीत सदस्यों को मंत्री नहीं बनाया जाना चाहिए। कांग्रेस के राज्यपाल से इस अनुरोध के बाद जदयू ने कांग्रेस पर पलटवार किया है।
वहीं जदयू प्रवक्ता ने कहा है कि विधान परिषद में मनोनयन को लेकर सरकार उचित फैसला लेगी। लेकिन कांग्रेस इस मामले में केवल और केवल राजनीति कर रही है। राजीव रंजन ने कहा कि कांग्रेस को अपना इतिहास याद रखना चाहिए, क्योंकि उसके शासनकाल में ही बड़े पैमाने पर इस तरह के नियमों की अवेहना की गई है।
इसके अलावा भाजपा विधायक ने कांग्रेस पार्टी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि इस तरह का सवाल खड़े करने वाले लोगों को अपनी पृष्ठभूमि को नहीं भूलना चाहिए कि उनके शासनकाल में किस आधार पर और किन लोगों का मनोनयन होता था।