बिहार में बर्ड फ्लू फैलने का खतरा, मुर्गी-बत्तख, कौवे जैसे पक्षी मर रहे, सैंपल टेस्ट आए पॉजिटिव
Bird Flu Outbreak india
सुपौल। बर्ड फ्लू का प्रकोप इस साल भी कुछ इलाकों में दिख रहा है। सुपौल में सदर थाना क्षेत्र के चापकही गांव के आस-पास कौवा, मुर्गियां और बत्तख, जैसे पक्षी मृत पाए गए हैं। जिनके सैंपल लैब में टेस्ट किए गए तो वे बर्ड फ्लू पॉजिटिव मिले। इससे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी चिंतित हो उठे हैं। सुपौल के संभागीय वनाधिकारी सुनील कुमार शरण ने बताया कि, इस इलाके में 31 मार्च को 4 दर्जन से अधिक पक्षी रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाए गए।
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एवियन इन्फ्लूएंजा (H5N1) का प्रकोप
बर्ड फ्लू फैला तो यह न केवल पक्षियों के लिए हानिकारक होगा, बल्कि इंसान भी चपेट में होंगे। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा मुर्गियों के मृत पाए जाने के बाद प्रभावित क्षेत्रों में स्थित पोल्ट्री फार्मों में मुर्गियों को मारने का निर्देश भी दिया है। प्रशासन की ओर से कहा गया कि, बिहार के सुपौल जिले में एवियन इन्फ्लूएंजा (H5N1) फैलने के आसार हैं। ऐसे में जिला अधिकारियों ने लोगों से क्षेत्र में चिकन के सेवन से बचने की अपील की है।
बर्ड फ्लू से इंसान भी खतरे में होंगे
सुपौल के संभागीय वनाधिकारी सुनील कुमार शरण का कहना है कि, चापकाही के ग्रामीणों ने देखा कि पक्षी बेचैन हैं और बड़ी संख्या में मर रहे हैं। उन्होंने उस समय स्थानीय पशु चिकित्सकों से संपर्क किया और कुछ पक्षियों को दवाएं और इंजेक्शन दिए लेकिन वे बीमारी से उबर नहीं पाए। जिसके बाद पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने पक्षियों के नमूने एकत्र कर उन्हें परीक्षण के लिए भोपाल की प्रयोगशाला में भेजा था। इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।तदनुसार, क्षेत्र में एवियन इन्फ्लूएंजा की रोकथाम, नियंत्रण और रोकथाम के लिए एक कार्य योजना पर काम शुरू किया गया है, ताकि बर्ड-फ्लू को फैलने से रोका जा सके।
मृत पक्षियों को ऐसी जगह दफनाएंगे
शरण ने कहा, "जिला प्रशासन के निर्देशानुसार, मृत मिलीं मुर्गियों और बत्तखों को दफनाने के लिए कुछ स्थान चिह्नित कर लिए गए हैं। जो कि, भूजल संदूषण से बचने व निचले इलाकों से दूर हैं। यानी वहां उन्हें दफनाया जाएगा तो खतरा नहीं रहेगा।"