करारी हार मिलने के बाद पुष्पम प्रिया ने लिखा- 'मैंने बस हमेशा आपकी खुशी और बेहतरी चाही'
पटना। मंगलवार की देर रात तक बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ गए, जिसमें एनडीए बड़ी पार्टी बनकर सामने आई है। वहीं महागठबंधन इस बार भी जीत से वंचित रह गया। लेकिन इसके अलावा जिस पार्टी के हार की चर्चा है, वह है प्लूरल्स पार्टी। प्लूरल्स पार्टी को इस चुनाव में करारी शिकस्त मिली है। खुद को बिहार का अगला मुख्यमंत्री बताकर राजनीति में आने वालीं पार्टी चीफ पुष्पम प्रिया चौधरी को करारी शिकस्त मिली है।
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बता दें कि बांकीपुर और बिस्फी से पुष्पम प्रिया चौधरी ने चुनाव लड़ा था। लेकिन बिस्फी में वो हार गईं जबकि बांकीपुर में उन्हें 1 प्रतिशत वोट भी नहीं मिला। दोनों सीटों पर वो अपनी जमानत तक नहीं बचा पाई थीं। अपनी और पार्टी की हार से दुखी पुष्पम प्रिया चौधरी ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा है।
इस पोस्ट में पुष्पम प्रिया ने तंज कसते हुए बिहार और बिहार की जनता के प्रति नाराजगी जताई है। उन्होंने लिखा कि आप अंधेर नगरी में अंधेरे का जश्न मनाएँ और चौपट राजाओं के लिए ताली बजाएँ।
उन्होंने लिखा कि आज सुबह हो गयी पर बिहार में सुबह नहीं हुई। मैं बिहार वापस एक उम्मीद के साथ आयी थी कि मैं अपने बिहार और अपने बिहारवासियों की ज़िंदगी अपने नॉलेज, हिम्मत, ईमानदारी और समर्पण के साथ बदलूँगी। मैने बहुत ही कम उम्र में अपना सब कुछ छोड़ कर ये पथरीला रास्ता चुना क्योंकि मेरा एक सपना था - बिहार को पिछड़ेपन और ग़रीबी से बाहर निकालने का। बिहार के लोगों को एक ऐसी इज़्ज़तदार ज़िंदगी देना जिसके वो हक़दार तो हैं पर जिसकी कमी की उन्हें आदत हो गयी है। बिहार को देश में वो प्रतिष्ठा दिलाना जो उसे सदियों से नसीब नहीं हुई।
साथ ही यह भी लिखा कि मेरा सपना था बिहार के गरीब बच्चों को वैसे स्कूल और विश्वविद्यालय देना जैसों में मैने पढ़ाई की है, जैसों में गांधी, बोस, अम्बेडकर, नेहरू, पटेल, मजहरूल हक़ और जेपी-लोहिया जैसे असली नेताओं ने पढ़ाई की थी। उसे इसी वर्ष 2020 में देना क्योंकि समय बहुत तेज़ी से बीत रहा और दुनिया बहुत तेज़ी से आगे जा रही। आज वो सपना टूट गया है, 2020 के बदलाव की क्रांति विफल रही है।