मध्यप्रदेश में फर्जी मदरसे होंगे बंद, मंत्री उषा ठाकुर ने दी बड़ी जानकारी
मध्य प्रदेश की मंत्री उषा ठाकुर ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि जल्द मध्यप्रदेश में फर्जी मदरसे बंद होंगे। बाल आयोग ने एक रिपोर्ट सार्वजनिक करते हुए बताया था कि मध्यप्रदेश में कई मदरसे कागजों पर संचालित हो रहे हैं।
भोपाल,1 अगस्त। मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार में पर्यटन संस्कृति और अध्यात्म मंत्री उषा ठाकुर ने बताया कि राज्य सरकार को विभिन्न माध्यमों से जानकारी मिली है कि प्रदेश में कागजों पर मदरसे चल रहे हैं। इसके अलावा कई मदरसे ऐसे भी हैं। जिनमें एक कमरे में टेबल और बोर्ड लगाकर संचालन किया जा रहा है। हाल में ही बाल आयोग ने सार्वजनिक रूप से जानकारी साझा करते हुए बताया था कि शासन से मिलने वाली सुविधाओं का हितग्राहियों तक कितना लाभ पहुंच पाता है ये रिकॉर्ड व्यवस्थित रूप से शासन के पास नहीं है।
गैर मान्यता प्राप्त मदरसे होंगे बंद!
एमपी में गैर मान्यता प्राप्त और कागजों पर चलने वाले फर्जी मदरसों को सरकार ने बंद कराने का मन बना लिया है। और इसमें दोषी पाए जाने वाले लोगों पर सरकार कठोर से कठोर कार्रवाई करने के मूड में नजर आ रही है। जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश में करीब 7700 से ज्यादा रजिस्टर्ड मदरसे है,लेकिन हाल में ही बाल आयोग द्वारा किए गए निरीक्षण के बाद कई मदद से अवैध पाए गए। मध्य प्रदेश मदरसा बोर्ड के अधीन मदरसों की संख्या हजारों में है।
मदरसों को मिलने वाला अनुदान
मध्यप्रदेश के मदरसों में शिक्षकों को नियुक्ति के आधार पर अनुदान राशि मिलने का प्रावधान है, जिसमें 1 शिक्षक वाले मदरसे को ₹72 हजार जबकि 2 शिक्षकों में अनुदान ₹144 हजार हैं। वहीं जिन मदरसों में 3 शिक्षक द्वारा दीनी तालिम देना बताया जाता है उसमें सालाना अनुदान की दर 216000 रुपये है। केंद्र सरकार ने मदरसा आधुनिकीकरण योजना के तहत ये प्रावधान किया है। इसके अलावा राज्य सरकार से छात्रवृत्ति पाठ पुस्तकों का वितरण और अन्य शासकीय स्कूलों को मिलने वाली सुविधाएं
अधिकांश राशि घपले घोटालों में चढ़ जाती है भेंट
सामान्य स्कूल की तरह मदरसों में भी कंप्यूटर शिक्षा वेबसाइट शिक्षा और खेल कूद से संबंधी गतिविधियां संचालित की जाती है, जिसके लिए मदरसों को सरकार से भारी भरकम पैसा भी मिलता है। मध्यान भोजन का प्रावधान भी मदरसों में है, लेकिन यह राशि भी कागजों पर चलने वाले अधिकांश मदरसों के घपले घोटालों में भेंट चढ़ जाती है।
अधिकारियों के संरक्षण में चल रहे फर्जी मदरसे !
मध्यप्रदेश में पारदर्शिता के अभाव में फर्जी मदरसे चल रहे हैं। ऐसा नहीं है कि मदरसों को फर्जी मदरसों की जानकारी नहीं है। लेकिन मदरसा बोर्ड में सालों से जमे अधिकारियों के संरक्षण में ये फर्जी मदरसे चल रहे है, लेकिन अब मध्य प्रदेश सरकार इन फर्जी मदरसों के खिलाफ एक्शन लेने जा रही है।
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