MP Panchayat Chunav Result: उमरिया में पर्ची से हुआ फैसला, BJP की अनुजा पटेल बनी अध्यक्ष, कांग्रेस को झटका
उमरिया 30 जुलाई। शुक्रवार को हुए जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में बीजेपी समर्थित अनुजा पटेल लॉटरी सिस्टम में जिला पंचायत का अध्यक्ष पद जीत गईं। वहीं बीजेपी समर्थित ओम नारायण सिंह उपाध्यक्ष चुन लिए गए हैं। अनुजा पटेल ने पहली बार जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा था और बीजेपी ने उन्हें अपना समर्थन दिया था। इसी सप्ताह मध्यप्रदेश शासन की जनजातीय कार्य मंत्री मीना सिंह ने उन्हें बीजेपी की सदस्यता दिलाई थी। कांग्रेस की तरफ से चौथी बार जिला पंचायत सदस्य चुनीं गईं सावित्री सिंह प्रत्याशी थीं। सावित्री सिंह और अनुजा पटेल दोनों ही को 5-5 वोट मिले थे। इसके बाद जिला प्रशासन ने दोनों के नाम की पर्ची डाली और 1 पर्ची निकलवाई गई। निकलवाई गई पर्ची अनुजा पटेल के नाम की थी परिणामस्वरूप उन्हें अध्यक्ष घोषित कर दिया गया।
क्रास वोटिंग से बीजेपी का उपाध्यक्ष
अध्यक्ष के चुनाव के बाद उपाध्यक्ष का चुनाव हुआ और इसके लिए बीजेपी के ओमनारायण सिंह को सदस्यों ने चुन लिया। जहां अध्यक्ष पद के लिए हुए मतदान में दोनों प्रत्याशियों को पांच-पांच वोट मिले थे वहीं उपाध्यक्ष के चुनाव में ओम नारायण सिंह को 6 और बहुजन समाज पार्टी के केशव वर्मा को चार वोट मिले। स्पष्ट है कि उपाध्यक्ष के चुनाव के दौरान कांग्रेस के किसी 1 समर्थित ने क्रास वोटिंग कर दी जिससे बीजेपी को उपाध्यक्ष बनाने का भी मौका मिल गया।
कांग्रेस ने नहीं उतारा अपना प्रत्याशी
जिला पंचायत के उपाध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी मैदान में नहीं उतारा। हालांकि शुरू से ओमकार सिंह के नाम पर चर्चा थी लेकिन अध्यक्ष चुनाव के परिणाम आने के बाद कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी खड़ा नहीं किया बल्कि बीएसपी पार्टी के केशव वर्मा को अपना समर्थन दे दिया।
सावित्री को साजिशन हराया
चुनाव बराबर होने के बाद लॉटरी सिस्टम के दौरान धांधली करने का आरोप सावित्री सिंह ने पीठासीन अधिकारी पर लगाया है। इस मामले में लिखे पत्र में सावित्री सिंह ने आरोप लगाया है कि जब पर्ची निकाली गई तो वह पर्ची उन्हें नहीं दिखाई गई बल्कि पीठासील अधिकारी को दे दी गई। पीठासीन अधिकारी ने पर्ची को टेबल के नीचे ले जाकर देखा और वहीं से उन्होंने पर्ची बदल दी। बाद में बदली गई पर्ची को सार्वजनिक किया गया। सावित्री सिंह का कहना है कि वे लॉटरी में जीत गईं थीं लेकिन प्रशासन ने उन्हें साजिशन हरवा दिया है। उन्होंने इस मामले में जांच की मांग की है।