पति का शव ले जाने के लिए पांच घंटे तक नहीं मिला वाहन, फिर पत्नी ने किया ये काम
पति का शव ले जाने के लिए पांच घंटे तक नहीं मिला वाहन, फिर पत्नी ने किया ये काम
बस्ती, अप्रैल 01: कोरोना वायरस संक्रमण का कहर उत्तर प्रदेश में तेजी से बढ़ा रहा है। तो वहीं, दिल को झकझोर देने वाली खबरें भी सामने आ रही है। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले से सामने आया है। यहां पांच घंटे तक महिला को अपने पति का शव घर ले जाने के लिए ना तो एंबुलेंस मिली, ना कोई और वाहन। बाद में स्थानीय लोगों के सहयोग से जेसीबी से गड्ढा खोदकर शव को दफना दिया गया।
यह मामला बस्ती जिले के भानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है। खबरों के मुताबिक, मृतक एक सप्ताह पूर्व बाहर से आया था। उसी वक्त से उसकी तबीयत खराब थी। लेकिन उसने अपनी जांच नहीं कराई। शुक्रवार की सुबह हालत ज्यादा खराब होने पर महिला अपने पति को एंबुलेंस से लेकर सीएचसी पहुंची। जहां हालत गंभीर देख डाक्टर ने उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जब तक जिला अस्पताल ले जाने के लिए कोई साधन पहुंचता। उससे पहले ही उसकी मौत हो गई।
बता दें कि परिवार में कोई और पुरूष सदस्य मौके पर मौजूद नहीं था। कोई पुरूष सदस्य ना होने के चलते महिला को लोगों की मदद और वाहन के लिए पांच घंटे इंतजार करना पड़ा। कोरोना के भय से लोग सहयोग करने से कतराते रहे। अस्पताल से शव घर ले जाने के लिए कोई वाहन चालक भी तैयार नहीं हो रहा था। बाद में स्थानीय लोगों के सहयोग से शव को एक वाहन से बैड़वा समय माता मंदिर के पास घाट पर ले जाया गया, जहां जेसीबी से गड्ढा खोदकर शव को दफना दिया गया। वहीं, सीएसची अधीक्षक डॉ. सचिन कुमार चौधरी ने बताया कि घटना की जानकारी होते ही प्रशासन को अवगत करा दिया गया था।