'डीएम आ जाते तो हम लोग जरूर वोट डालते', पूरे गांव से सिर्फ एक ने किया मतदान
Barabanki News, बाराबंकी। लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में 6 मई को बाराबंकी के मंझलेपुर गांव के मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार कर दिया। मंझलेपुर के पोलिंग बूथ पर मात्र एक वोट डाला गया। बता दें कि यहां के मतदाता पूरे दिन जिलाधिकारी को गांव बुलाने की मांग करते रहे। दरअसल, ग्रामीण खुद डीएम से मिलकर अपनी समस्याएं उन्हें बताना चाहते थे। लेकिन जिला प्रशासन का कोई भी अधिकारी गांव नहीं पहुंच सका। जिस वजह से ग्रामीणों अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया।
ग्रामीणों द्वारा मतदान के बहिष्कार का यह मामला बाराबंकी के मंझलेपुर गांव का है। गांव की कुल आबादी 917 है। ग्रामीणों का आरोप है कि इस गांव को विकास से दूर रखा गया है। यहां की नालियों की सफाई न होने से बजबजा रही हैं। सफाई के नाम पर यहां कोई काम नहीं हुआ है। शौचालय और प्रधानमंत्री आवास भी इस गांव में किसी को नही मिला है। यहां की सड़कें भी उबड़ खाबड़ हैं। इन्ही सब बातों को लेकर यहां के ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया है। ग्रामीणों ने कहा कि सिर्फ अपना अधिकार मांग रहे है न कि भीख मांग रहे हैं। ग्रामीणों ने काम नहीं तो वोट नहीं के नारे भी लगाए।
मतदान के बहिष्कार की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे बाराबंकी के उपजिलाधिकारी अभय पाण्डेय ने कहा कि इस गांव में विकास न होने का आरोप लगा कर मतदान का बहिष्कार किया है। यहां के लोगों से उन्होंने कहा है कि आचार संहिता समाप्त होने के बाद उनकी मांगों का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाएगा और विकास कार्य कराए जाएंगे, मगर उपजिलाधिकारी के इस आश्वासन का असर ग्रामीणों पर नहीं पड़ा। वहीं, ग्रामीण का कहना है कि अगर जिलाधिकारी आ जाते तो हम लोग जरूर वोट डालते।
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