गैंगरेप मामले में सपा विधायक मनोज पारस भेजे गए जेल, 4 जून को अगली सुनवाई
Prayagraj news, प्रयागराज। अखिलेश सरकार में राज्य मंत्री रहे और मौजूदा समय में बिजनौर जिले के नगीना से विधायक मनोज पारस को गैंगरेप मामले में प्रयागराज की स्पेशल कोर्ट ने जेल भेज दिया है। वह अगले तीन दिनों तक जेल में ही रहेंगे। 4 जून को उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई होगी और कोर्ट यह तय करेगी कि उन्हें जमानत दी जाए या नहीं। मुकदमे पर सुनवाई स्पेशल कोर्ट के जज पवन कुमार तिवारी कर रहे हैं।
क्या है मामला
उत्तर प्रदेश के पूर्ववती अखिलेश सरकार में राज्य मंत्री रहे मनोज पर 13 जून 2007 को बिजनौर जिले के नगीना थाने में मुकदमा लिखा गया था। इन आरोप था कि सरकारी कोटे की सस्ते गल्ले की दुकान दिलाने के नाम पर एक युवती को उन्होंने अपने घर बुलाया था और फिर अपने साथियों के साथ उससे शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया और जब युवती ने विरोध किया तो उसके साथ गैंगरेप किया गया। इस मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस चार्जशीट दाखिल की तो मामला बिजनौर की जिला अदालत में सुना जाने लगा। मुकदमे में हाजिर होने के लिए सपा विधायक मनोज परास के विरूद्ध वारंट जारी किया गया, लेकिन वह कोर्ट में हाजिर नहीं हुए।
स्पेशल कोर्ट पहुंचा मामला
इधर, यह मामला ट्रांसफर होकर प्रयागराज की सांसद विधायक स्पेशल कोर्ट पहुंचा तो यहां भी मनोज पारस सुनवाई पर वह हाजिर नहीं हुए। इस पर कोर्ट ने सख्ती शुरू की तो शनिवार को मनोज ने कोर्ट में सरेंडर किया, जहां उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में लेकर सुनवाई की प्रक्रिया शुरू की गई। लंच के बाद मनोज के वकील की ओर से जमानत के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया और पुरजोर कोशिश की गई कि मनोज पारस को जमानत दे दी जाए, लेकिन कोर्ट की कार्रवाई में सहयोग न करने व समय बर्बाद करने पर स्पेशल कोर्ट ने उन्हें जमानत नहीं दी और जेल भेजे जाने का आदेश दिया।
नैनी सेंट्रल जेल भेजे गए मनोज पारस
मनोज पारस को नैनी सेंट्रल जेल ले जाया गया है, जहां वह अगली सुनवाई तक पाबंद रहेंगे। गौरतलब है कि इस मामले में पूर्व मंत्री के साथ नामजद अभियुक्तगण जयपाल, अस्सू और कुंवर सैनी पहले से ही गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं और अब मनोज पारस को भी जेल भेज दिया गया है।
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