आगरा संजलि मर्डर का दिल दहलानेवाला खुलासा, चचेरे भाई ने ही जलाया था
Agra News आगरा। यूपी के आगरा में 18 दिसंबर को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाई गई 10वीं की छात्रा संजलि की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस के अनुसार, संजलि की हत्या एक तरफा प्यार के चलते उसके ताऊ के बेटे ने की है। पुलिस ने इस हत्याकांड में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
संजलि हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा
आगरा एसएसपी अमित पाठक ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि थाना मलपुरा के अंतर्गत गांव लालऊ निवासी संजलि को उसके ताऊ के पुत्र योगेश ने जलाया था। योगेश के साथ थाना जगदीशपुरा के अंतर्गत कलवारी गांव निवासी और ममेरा भाई विजय तथा उसकी पहन का देवर आकाश (निवासी शास्त्रीपुरम, थाना सिंकदरा) था। विजय और आकाश पुलिस की गिरफ्त में हैं। घटना में प्रयुक्त हुई मोटर साइकिलें भी पुलिस ने बरामद कर ली हैं।
क्या था मामला
मलपुरा थाना क्षेत्र के गांव लालऊ में हरेंद्र सिंह जाटव की बेटी संजलि (15) गांव से डेढ़ किमी दूर नौमील गांव में स्थित अशरफी देवी छिद्दा सिंह इंटर कॉलेज में पढ़ती थी। 18 दिसंबर को संजलि छुट्टी के बाद साइकिल से घर लौट रही थी। तभी गांव के पास आगरा जगनेर रोड पर हेलमेट पहने दो अज्ञात बाइक सवारों ने उसे रोक लिया और उस पर पेट्रोल डाल कर आग लगा दी।
लोगों ने कराया था अस्पताल में भर्ती
आग लगते ही छात्रा तड़पते हुए इधर-उधर भागने लगी। आग लगने के बाद भागते समय युवती पुलिया के नीचे खाई में गिर गई। युवती की चीख सुनकर वहां से गुजर रहे एक बस चालक ने उसे बचाया और आग बुझाई। सूचना पर पुलिस भी मौके पर आ गई और छात्रा को एसएन मेडिकल की इमरजेंसी में भर्ती कराया था। संजलि को गंभीर अवस्था में आगरा के एसएन मेडिलकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। यहां से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रेफर कर दिया गया। जहां गुरुवार तड़के उसकी मौत हो गई।
संजलि की मौते के बाद योगेश ने भी खाया जहर
बता दें कि संजलि की मौत के बाद उसके ताऊ के बेटे योगेश ने भी जहर खाकर जान देने की कोशिश की थी। परिजनों ने योगेश को आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था। उसकी भी मौत हो गई।
एक तरफा प्यार करता था योगेश
एसएसपी अमित पाठक ने मीडिया को बताया कि जांच पड़ताल में पुलिस को योगेश के घर से संजलि के नाम लिखा एक लव लटैर मिला था। साथ ही पुलिस ने योगेश के मोबाइल फोन की चैट भी चेक की तो घटना का खुलासा हुआ। पुलिस की मानें तो योगेश ने संजलि को साइकिल भी लाकर दी थी। लेकिन संजलि अपने भाई का विरोध करती थी, जिससे नाराज होकर योगेश ने संजलि को अपने साथियों के साथ मिलकर जिंदा जला दिया।