बेईमानों को प्रमोशन देती है कांग्रेस : मोदी
हिमाचल प्रदेश के एक दिवसीय चुनावी दौरे पर पहुँचे मोदी ने यहाँ उन्होंने कहा कि गुजरात की जनता ने बहुत बड़ा काम किया है। आम तौर पर हिन्दुस्तान में इस तरह का कामबहुत कम राज्य में होता है। मेरे गुजरात के छह करोड़ गुजरातियों ने किया। वो काम किया है राजनीतिक स्थिरता, लगातार वहाँ भाजपा सरकार बनती जा रही है।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक स्थिरता के कारण एक राजनीतिक दल की जवाबदेही भी बन जाती है। जब पाँच साल में सरकारें आती-जाती रहती हैं, तो कोई जवाबदेही बनती नहीं है। मेरे गुजरात ने तीन-तीन बार मुझे जिताया है, लोग मुझे पूछ सकते हैं। लेकिन अगर पांच साल में आए-गए तो पूछने के लिए जगह ही नहीं रहती।
उन्होंने कहा कि गुजरात से यदि मैं कोई संदेश लेकर आया हूँ, तो वो ये है कि आप हिमाचल में बार-बार प्रयोग सरकारें बदलने के प्रयोग बहुत कर चुके। इस कारण हिमाचल में नीति-न व्यवस्था ठीक रहती है। बदलाव के बाद नए बदलाव क स्थिरता में दो साल चले जाते हैं। राज्य वहीं का वहीं रहजाता है।
उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि आप भी राजनीतिक स्थिरता पर ध्यान केन्द्रित करें। भाजपा और धूमल को दोबारा चुनिए। मैं वादा करता हूँ कि पाँच साल बाद मुझसे हिसाब मांगना। जो तरक्की गुजरात ने की है, वैसी हीतरक्की हिमाचल करके दिखाएगा।
मनमोहन को मौनमोहन कहा
नरेन्द्र मोदी ने अपने भाषण में जितनी भी बार प्रधानमंत्री का नाम लिया, उन्हें मनमोहन की जगह मौनमोहन सिंह कह कर पुकारा। मोदी ने कहा कि अभी कल हिमाचल के दौरे पर मौनमौहन सिंहजी आए थे। आज की सबसे बड़ी खबर यही है कि मौन मोहन सिंहजी ने हिमाचल में आकर मौन तोड़ा। यह भी एक बड़ी खबर है। पता ही नहीं चल रहा है देश की हालत पर पीएम क्या सोच रहे हैं। कुछ दिन पहले यहीं मंडी में मैडम सोनियाजी आईं, पीएम आए और भी लोग बारी-बारी से आएँगे, लेकिन मुझे खुशी होती,कम से कम मेरे दिल को एक संतोष मिलता कि मेरे देश के पीएम को, मैडम सोनिया को देश के गरीबों की चिंता होती। कम से कम एक बार वो महंगाई पर कुछ बोलते। गरीबों के प्रति संवेदना जताते। देश, हमाचल की जनता को कहते कि महंगाई रोकने में विफल रहे हैं, लेकिन आप विश्वास कीजिए कि हम कभी न कभी महंगाई कम करने का प्रयास करेंगे।
उन्होंने कहा कि हिमाचल से वे जुड़े हुए हैं और यहाँ की प्रगति को देख रहा हूँ। गुजरात की धरती से मैं यहाँ आपसे भारी मतदान की अपील करने आया हूँ। 4 तारीख को भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते हए कमल के निशान पर बटन दबाएँ। महंगाई के खिलाफ आक्रोश जताएँ, दिल्ली की यूपीए सरकार को उखाड़ने का संकल्प करें, दिल्ली में चल रहे पाप को इस देवभूमि में मत आने दें, हिमाचल हिन्दुस्तान की पवित्र जगह है। यह हिमाचल देश की देवभूमि है। इस देवभूमि में दानवों को मत आने दीजिए। इसे सुरक्षित रखिए। धूमलजी इसे सुरक्षित रखेंगे, मुझे पूरा विश्वास है।
देश अंधेरे में, गुजरात चकाचौंध
कांग्रेस के एक ऊर्जा मंत्री थे। उनके कार्यकाल में हिन्दुस्तान के आधे हिस्से में 70 करोड़ लोग 48 घण्टे तक अंधेरे में रहे। ऑपरेशन थियेटर में किसी का आधा ऑपरेशन हुआ, बिजली गई ऑपरेशन रुक गया, ट्रेन रुक गई। 21वीं सदी हिन्दुस्तान की सदी कह रहे हैं और पूरी दुनिया के अखबारों ने इस पावर कट की कड़ी निंदा की। इन लेखों में एकमात्र गुजरात का नाम आ रहा था, जहाँ इस पावर फेल्योर केदौरान भी बिजली जगमगा रही थी। जिस मंत्री केरहते हिन्दुस्तान अंधेरे में डूब गया, देश को बुराई झेलनी पड़ी, उस मंत्री को उसी रात उसे हटा देना चाहिए था, लेकिन लोकलाज की परवाह किए बिना कांग्रेस ने उसी मंत्री को एक ही हफ्ते में प्रमोशन देकर देश का गृह मंत्री बना दिया।
सलमान खुर्शीद पर टिप्पणी करते हुए मोदी ने कहा कि खुर्शीद हैं कि कुर्सी हैं पता नहीं। विकलांगों के पैसे हड़पने के आरोपों पर जाँच और इस्तीफा लेने की जगह उन्हें भी प्रमोशन दे दिया गया। कांग्रेस की नीति है गुनाह-बेईमानी करो, प्रमोशन पाओ।
कांग्रेस के एक मंत्री की पचास करोड़ की गर्लफ्रेंड का मुद्दा उठा था, लेकिन उन्हें भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया।
हिमाचल के साथ क्या हुआ। केन्द्र के एक मंत्री के खिलाफ हाईकोर्ट ने आवाज उठाई, तो वीरभद्र सिंह का इस्तीफा ले लिया गया। वहाँ से इस्तीफा लिया और यहाँ पूरा हिमाचल उनके हवाले कर दिया। यही कांग्रेस के तौर-तरीके है। मैं हैरान हूँ कि कांग्रेस किस कल्चर को लागू करना चाहती है। ऐसी पार्टी देश क्यों झेले।
अभी एक स्टील कम्पनी पर इनकमटैक्स की रेड हुई। नोट पर पाया गया कि वीबीएस। कांग्रेस ने कहदिया कि ये वीबीएस वीर भ्रष्ट सिंह हैं, वीर भद्र सिंह नहीं। कांग्रेस को लोकलाज की कोई परवाह नहीं है।
हिमाचल से लगाव है मुझे
मोदी ने कहा कि मैं जब हिमाचल आता हूँ, तो मुझे लगता है कि गुजरात के बाद यह मेरा दूसरा घर है। मैंने बहुत वर्ष आप लोगों के बीच काम किया है। चप्पे-चप्पे से परिचीत हूँ। मंडी आते ही पूछा कि आज भी चीकूबड़ी खाई जाती है या नहीं। मेरा लगाव रहा है। गुजरात में चनाव न होता, तो कई दिनों तक यहाँ रहता और पुरानी यादों को ताजा करता, लेकिन जैसे आप कांग्रेस को उखाड़ फेंकने में लगे हो, गुजरात कीजनता भी कांग्रेसको हमेशा हमेशा के लिए विदाई देने में लगी हुई है।
उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व में गुजरात के विकास की चर्चा हो रही है। कहीं पर भी जाए, लोग कहते हैं भाई गुजरात ने कमाल कर दिया। ये कमाल हुआ, इसका राज क्या है। अगर मेरे हिमाचल के भाई-बहन उस राज को जान लेंगे, तो मैं दावे से कहता हूँ कि आज जिस तरह गुजरात चमक रहा है, मेरा हिमाचल भी चमकेगा।
जनता के दर्द को नहीं समझती कांग्रेस
मोदी ने लोगों से अपनी शैली में सवाल पूछा - क्या इन दोनों ने महंगाई पर कोई दर्द, कोई सवाल, कोई जवाब दिया है। देश की गंभीर समस्या है महंगाई। फिर भी उनके सीने मेंदर्द तक नहीं है। क्या देश के पीएम का कर्तव्य नहीं है कि वे जा करके कहें कि भाई हम जब चुनाव लड़ रहे थे, तब वादा किया था कि सौ दिन में महंगाई कम करेंगे, लेकिन 2-2 हजार दिन हो गए, हम नहीं कर पाए। हमारी गलती है, जनता माफ करे, लेकिन कांग्रेसको इतना अहंकार है, उसे जनभावना की परवाह नहीं। अपनी ही चाल चलते जाते हैं वो, वो मानते हैं कि दुनिया उनकी झोली में है, वे दुनिया को जहाँ चाहे मरोड़ सकते हैं।
महंगाई क्या कम थी कि उन्होंने आपसे गैस का सिलेंडर भी छीन लिया। मैं समझता नहीं हूँ कि घर के अंदर, जहाँ ठंडा प्रदेश है, वहाँ कितनी बार चीजोंको गर्म करना पड़ता है। यहाँ गैस के सिलेंडर छीन ले, तो क्या पत्नी पति को कच्चा खाना खिलाएगी। एक परिवार को चौबीस सिलेंडर चाहिए। फिर जंगल काटने होंगे, लकड़ी काटनी पड़ेगी। क्या लकड़ी काटने के लिए हिमाचल को मजबूर किया जाएगा? यदि हिमाचल को लकड़ीकाट कर खाना पकानेकी नौबत आई, तो जिम्मेदारी कांग्रेस की होगी।
धूमल का चूल्हा खाक करेगा कांग्रेस को
धूमल
का
अभिनंदन
करता
हूँ
कि
दिल्ली
की
मदद
न
मिलने
के
बावजूद
धूमल
ने
हिमाचल
की
महिलाओं
की
चिंता
की
और
उन्होंने
हर
परिवार
में
मुफ्त
में
चूल्हा
देने
का
वायदा
किया।
मैं
धूमल
का
बहुत
बड़ा
मानवीय
कदम
मानता
हूँ
और
आज
गैस
के
कारण
जो
खर्चा
होता
है।
मोदी
ने
चूल्हा
दिखाते
हुए
कहाकि
कांग्रेस
कीतरह
वादे
नहीं,
आपको
लाकर
दिखा
दिया
कि
ये
होगा।
यदि
मैं
हिमाचल
का
नागरिक
होता,
तो
धूमल
जी
के
इस
कार्य
मात्र
के
लिए
भाजपा
को
वोट
देकर
जाता।
यह
चूल्हा
नहीं,
दिल्ली
सरकार
केमुंह
पर
तमाचा
है।
धूमल
का
चूल्हा
पूरीकांग्रेस
को
खाक
करेगा।
इनके
कारोबार
ही
ऐेसे
हैं।
गुजरात में गैस पाइप लाइन में रोड़ा अटकाने का आरोप
उन्होंने कहा कि गुजरात में पाइप लाइन से गैस पहुँचाईजा रही है। 300 गांवों में 7 लाख परिवारों को पाइप लाइन से गैस दी जा रही है। अब मेरा सपना था कि परिवारों की संख्या 20 लाख तक पहुँचाऊँ। मोदी यदि सिलेंडर से आधी कीमत पर यूँ गैस पहुँचाएँगे, तो महिलाओं के वोट सारे कांग्रेस से दूर हो जाएगी। इस कारण केन््र की यूपीए सरकार ने नया कानून बना दिया कि गैस की पाइप लाइन डालने का अधिकार केवल केन्द्र को रहेगा। क्या गुजरात भारत का हिस्सा नहीं है। वरना आज गुजरात में बीस लाख परिवारों को गैस पाइप लाइन से मिलती। तीन करोड़ सिलेंडर बच जाते। भारत सरकार की 15 हजार करोड़ कीसब्सिडी बच जाती। मोदी को क्रेडिट न मिले, इसीलिए पाइप लाइन के नाम पर रोड़ा डाला।
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे खटखटाए हैं। दिल्ली सरकार को झुका कर रहूँगा। कांग्रेस का चरित्र देखिए। लोकलाज तक नहीं है उसे। सार्वजनिक जीवन में सबसे बड़ी पूंजी लोकलाज होती थी। राम के जमाने से लोकलाज का विषय चला आ रहा है। हमारे देश में लोकलाज का बहुत महत्व है, लेकिन कांग्रेस ने लोकलाज छोड़ दी है।
भ्रष्टाचार इनका शिष्टाचार बन गया है
इक्कादुक्का किसी ने भ्रष्टाचार किया हो, तो यह देश उसे ठीक करने की ताकत रखता है, लेकिन सर्वोच्च स्थान पर भ्रष्टाचार शिष्टाचार बन जाए, लापरवाही बरती जाए, अनदेखी करने का स्वभाव बन जाए, तो देश बहुत गहरे संकट में जाकर घिरता है। इसीलिए कांग्रेस से डरने की जरूरत है। कांग्रेस के भ्रष्टाचार को शिष्टाचार बनाने के चरित्र का मुद्दा है। इससे देश कितना बर्बाद होगा, इसका अंदाजा लगाया जासकता है।
मोदी ने हैरानी जताते हुए कहा कि भारत संघीय ढांचा है। राज्यों का समूह है, लेकिन जहाँ-जहाँ भाजपा सरकारें हैं, उन्हें प्रताडि़त करना, उन्हे विफल करने की साजिश रचना, विकास में रोड़े डालना, कांग्रेस की यूपीए सरकार का चरित्र बन गया है। मीड़िया को यूपीए सरकार के चरित्र का विश्लेषण करना चाहिए।
एक समय था, जब पूरे देश में कांग्रेस छाई हुई थी और गलती से कहीं किसी राज्य में विरोधी दल की सरकार बनती थी। इस देश में दो दशक तक कांग्रेस ने क्या किया। अगर विरोधी दल की कहीं भी सरकार बनी हो, कितना ही बहुमत आया हो, साम-दाम-दंड-भेद जो भी शस्त्र काम आए, उसका उपयोग कर सत्तापक्ष को तोड़ना, विधायकों की खरीद-फरोख्त करना और विरोधी दलों की सरकारों को गिराने का काम कांग्रेस बीस साल तक करती रही है। इन सबसे न होता, तो किसी न किसी तरह धारा 356 का दुरुपयोग करके सरकारों को गिरा दिया जाता। कांग्रेस ने विपक्ष को बीस साल तक पनपने नहीं दिया। बीस साल तक संवैधानिक दुरुपयोग करते हुए गैरकांग्रेसी दलों को रौंदने की कोशिश की। अब कांग्रेस राज्यों में ऐसी साजिशें चल नहीं पा रही। इसीलिए मीडिया और राजनीतिक पंडितों से अनुरोध करता हूँ कि जो कांग्रेस पहले सरकारों को तोड़ने की कोशिशें करती है, वो कांग्रेस अब प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं पर कीचड़ उछाने के लिए एजेंसियों और संवैधानिक संस्थानों का दुरुपयोग करती है। उभरने वालों को दबाने की कोशिश करती है। विरोधी दल का कोई नेता अछूता नहीं है, जिस पर कांग्रेस ने चरित्र हनन का आरोप न लगाया हो। जब पार्लामेंट में वोट की जरूरत पड़ती है, तो सीबीआई को मैदान में उतार देती हैकांग्रेस।
गुजरात में मुकाबला सीबीआई से
मोदी ने कहा कि गुजरात में चुनाव सीबीआई लड़ रही है। कांग्रेस नहीं। कांग्रेस के केवल उम्मीदवार हैं। जहाँ-जहाँ भाजपा की सरकारें हैं, उनके साथ शत्रु जैसा व्यवहार करती है केन्द्र सरकार। उन्होंने कहा कि हिमाचल में भी सड़कों का काम प्रमुख काम होता है। भूस्खलन जैसी आपदाओं के कारण यहाँ नुकसान होता है। सोनिया कहती हैं 10 हजार करोड़ रुपए दिए। मोदी ने टिप्पणी की कि क्या ये दस हजार करोड़ हिन्दुस्तान में दहेज में आए हुए नहीं है। ये देश की जनता के पैसे हैं। रुपयों के नाम पर दबाया नहीं जा सकता। भाजपा जनता की पार्टी हैऔर जनता के विकास में लगे हुए हैं हम। कभी कोई इस तरह का व्यवहार नहीं करता।
उन्होंने कहाकि पड़ोसी से भी कभी चीनी मांग ली हो, तो बाद में वो बोल कर नहीं बताता कि हमने तुम्हें चीनी दी थी, लेकिन सोनियाजी बार-बार बोल कर बताती हैं कि दस हजार करोड़ दिए हैं। आज तक धूमल पर किसी ने उंगली उठाने का साहस किसी एजेंसी ने नहीं किया। देश हिसाब-किताब से चलता है। लोगों को भ्रमित करते हैं।
मैं तो हैरान हूँ कि मौन मोहन सिंह भी यही कहते हैं। पीएम ने ये तो कहा कि हिमाचल में विकास तो हुआ है, लेकिन बाद में कहा कि पैसे दिल्ली के थे। दिल्ली देश की राजधानी है और हिमाचल देश का अंग है। हिमाचल कोदेश से अलग करके बोलने की भाषा उचित नहीं है।