'अखिलेश का जनता दरबार प्रशासन को हाईजैक करने जैसा'
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विधान परिषद सदस्य हृदय नारायण दीक्षित का कहना है कि राज्य का समूचा जिला प्रशासन स्थानीय पार्टी नेताओं की दबंगई से परेषान व तनावग्रस्त हैं। जिले की सभी संस्थायें विकास, बिजली, समाज कल्याण, कचहरी, थाने व ब्लाक कार्यालय सपाई व्यवहार से त्रस्त हैं। अधिकारी अपमानित किये जा रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याओं को दूर करने का दावा कर रहे हैं जबकि प्रदेश में हालात ऐसे हैं कि मुख्यमंत्री के जनता दर्शन का कोई लाभ नहीं होगा।
दीक्षित ने कहा कि बेशक एक माह पुरानी सरकार के नीति निर्णयों व कार्यों पर कोई निर्णायात्मक टिप्पणी करना अभी जल्दबाजी होगी लेकिन सरकार ने कट्टरपंथी मजहबी तुष्टीकरण लेकर जो कदम उठाये हैं वे बेहद खतरनाक हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के मुकदमों की वापसी की चर्चा बेहद संवेदनशील है। एक जिम्मेदार राष्ट्रीय राजनैतिक दल होने के नाते भाजपा ने फिलहाल नयी सरकार का विरोध नहीं किया है लेकिन राष्ट्रीय एकता को तोड़ने वाले सपा सरकार के साम्प्रदायक निर्णयों पर हम चुप भी नहीं रह सकते।
सपा द्वारा यह कहे जाने पर कि सरकार को कम से कम छह माह तक का समय दिया जाए उसके बाद ही उसके कार्य की समीक्षा हो। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए दीक्षित ने कहा कि किसी भी खिलाड़ी का शुरु से ही फाउल खेलना कैसे बर्दाश्त किया जा सकता है। सरकार ने साम्प्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने का काम किया है। भाजपा ने जिम्मेदार विपक्ष के नाते एक माह पुरानी सरकार को फिलहाल सुझाव देने की ही पहल की है। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने साम्प्रदायिक निर्णयों पर पुनर्विचार करना चाहिए।