चहेतों को टिकट दिलाने में जुटे रीता जोशी, प्रमोद तिवारी
प्रदेश की यह खींचतान दिल्ली तक पहुंच गयी। दिल्ली में बड़े नेताओं की मौजूदगी में दोनों ने एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए। दोनों के बीच हुई कहासुनी पार्टी महासचिव राहुल गांधी तक पहुंचा दिए जाने की बात कही गई है। शुरू से एक दूसरे से छत्तीस का आंकड़ा रखने वाले दोनों नेताओं में अब चुनाव में अपने समर्थकों को टिकट दिलाने को लेकर दोनों नेताओं में एक-दूसरे को पछाडऩे की स्पर्धा चल रही है।
इन नेताओं की खींचतान के चलते प्रदेश कांग्रेस दो गुट में बंट गयी है। तिवारी गुट के लोग कांग्रेस की अगली सूची में किसी एक की मनमानी नहीं चलने देना चाहते। इस गुट के लोग रीता बहुगुणा और उनके समर्थकों को बाहरी बता रहे हैं। गौरतलब है कि वह समाजवादी पार्टी में थी और इलाहाबाद सीट से लोकसभा का चुनावभी उन्होंने लड़ा था। सपा में रहते हुये ही वह इलाहाबाद की महापौर चुनी गयी थीं। रीता जोशी को लेकर एक बार फिर यह स्वर सुनाई पड़ रहे हैं कि किराएदारों को मकान मालिक नहीं बनने दिया जाएगा।
प्रमोद तिवारी के समर्थकों का कहना है कि लोग वर्षों से कांग्रेस का झंडा और डंडा उठा रहे हैं, उन लोगों के बजाय दलबदलुओं और अपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों को सिर आंखों पर बिठाया जा रहा है। उनका आरोप है कि लोकसभा चुनाव में इससे कांग्रेस को खासा नुकसान उठाना पड़ा था। आरोप यह भी लग रहे है कि कांग्रेस की पहली सूची में दागियों और दलबदलुओं के अलावा जिन लोगों को मौका दिया उनमें आधे से ज्यादा वे हैं जो लगातार चुनाव हार रहे हैं। कांग्रेस ने अभी 73 प्रत्याशियों की पहली सूची ही जारी की है। इन विवादों के चलते पार्टी की अगली सूची अभी तक फाइनल नहीं हो पायी है।