मुबारक नहीं लड़ेंगे चुनाव, इस्तीफे से इंकार (लीड-1)
82 वर्षीय मुबारक ने मंगलवार रात राष्ट्र के नाम अपने सम्बोधन में कहा, "मेरी इच्छा आगामी राष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा लेने की नहीं है।" उन्होंने दावा किया कि कार्यकाल के बाकी समय में वह शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण सुनिश्चित करेंगे।
करीब 30 साल से सत्ता में रहे मुबारक ने टेलीविजन पर प्रसारित राष्ट्र के नाम संदेश में कहा, "मैंने कभी सत्ता और प्रभाव की मांग नहीं की।"
उन्होंने कहा, "वर्षो तक लोगों की सेवा करने के काम पर मुझे गर्व है। मुझे इतिहास में याद रखा जाएगा।"
देश भर में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के सम्बंध में मुबारक ने कहा कि यह प्रदर्शन वैध तरीके से शुरू हुए थे लेकिन राजनीतिक ताकतों ने बाद में इनका स्वरूप बदल दिया जिससे यह देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन गए।
उधर, यह माना जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मुबारक से यह घोषणा करने की अपील की थी कि वह ज्यादा समय तक पद पर नहीं रहेंगे।
वहीं तुर्की के प्रधानमंत्री रेसेप तायिप एर्दोगन ने मिस्र के राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक से अपील की है कि वह ज्यादा मानवीय रुख अपनाते हुए लोगों की आवाज सुनें और बिना किसी झिझक के लोगों की बदलाव की मांग स्वीकार करें।
समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक तुर्की की संसद में अपनी सत्ताधारी पार्टी एके पार्टी के सदस्यों की एक बैठक में एर्दोगन ने कहा, "कोई भी ताकत लोगों की लोकतांत्रिक मांगों को अनसुना नहीं कर सकती। कोई भी शक्ति जनता की अवज्ञा नहीं कर सकती।"
तुर्की के प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से सोमवार रात को टेलीफोन पर बातचीत की थी और दोनों ने मिस्र में शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक समाधान की जरूरत के विचारों को साझा किया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।