अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट पहुंची माइक्रोसॉफ्ट
टोरंटो। पिछले साल टोरंटो की एक छोटी सी कंपनी आई4आई इंकार्पोरेटेड से 'वर्ड' प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर के पेटेंट की लड़ाई हार चुकी माइक्रोसॉफ्ट कंपनी अब इस मामले को अमेरिकी सर्वोच्च अदालत में ले गई है। टोरंटो की कंपनी का दावा था कि माइक्रोसॉफ्ट ने 'वर्ड 2003' और 'वर्ड 2007' बनाकर पेटेंट का उल्लंघन किया है।
'वर्ड' के इस्तेमाल में पेटेंट के उल्लंघन के चलते कनाडा की कंपनी सॉफ्टवेयर निर्माता कंपनी माइक्रोसॉफ्ट को वर्ष 2007 में अदालत ले गई थी। पिछले दिसम्बर में आए अदालत के फैसले में कनाडा की कंपनी को जीत हासिल हुई थी। अदालत ने माइक्रोसॉफ्ट को आई4आई को 29 करोड़ डॉलर की क्षतिपूर्ति राशि देने के लिए कहा था।
अमेरिका की अपीली अदालत ने निचली अदालत के इस आदेश पर मुहर लगाते हुए पेटेंट के उल्लंघन के चलते 11 जनवरी से माइक्रोसॉफ्ट के प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर 'वर्ड' की बिक्री पर रोक लगा दी थी। मई में 'यूएस पेटेंट एंड ट्रेडमार्क ऑफिस' ने भी पेटेंट पर कनाडा की कंपनी के पेटेंट की पुष्टि की थी।
माइक्रोसॉफ्ट कंपनी पिछले सप्ताह ही इस मामले को अमेरिकी सर्वोच्च अदालत में ले गई है। कंपनी के प्रवक्ता केविन कट्ज ने सोमवार को इसकी पुष्टि करते हुए कहा, "सर्वोच्च अदालत में हमारी याचिका एक पेटेंट की वैधता निर्धारित करने वाले समुचित मानकों पर ध्यान केंद्रित करती है, जो पेटेंट प्रणाली के सही ढंग से काम करने के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा हैं।"