चीन-उत्तर कोरिया परमाणु वार्ता बहाल करने के इच्छुक
उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-इल ने चीन के अपने पांच दिवसीय निजी दौरे के दौरान जिलिन प्रांत के चांगचुन में चीनी राष्ट्रपति हू जिंताओ के साथ बातचीत की। किम ने उम्मीद जाहिर की कि छह पक्षीय वार्ता जल्द ही बहाल होगी।
छह पक्षीय वार्ता में उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया, चीन, अमेरिका, रूस और जापान शामिल हैं। यह वार्ता उत्तर कोरिया के परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) से अलग होने के बाद 2003 में शुरू हुई थी। इस वार्ता का मकसद बातचीत के जरिए उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को रोकना है।
अप्रैल 2009 में उत्तर कोरिया वार्ता से अलग हो गया था और उसने घोषणा की थी कि वह अपने को कमजोर करने की प्रक्रिया को पलट देगा और अपने योंगब्योन परमाणु केंद्र को फिर से शुरू करेगा।
समाचार पत्र 'चाइना डेली' ने खबर दी है कि हू के साथ बातचीत के दौरान किम ने कहा कि उत्तर कोरिया परमाणु निरस्त्रीकरण के प्रति वचनबद्ध है और वह कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव नहीं देखना चाहता।
किम ने कहा कि वह कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव कम करने के लिए तथा वहां शांति व स्थिरता बनाए रखने के लिए वार्ता की जल्द बहाली हेतु चीन के साथ करीबी सामंजस्य बनाए रखना चाहता है।
हू ने कहा कि उत्तर कोरिया द्वारा किए गए इस तरह के सकारात्मक प्रयासों का चीन सम्मान और समर्थन करता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।