आईएसआई के खिलाफ असम व त्रिपुरा पुलिस का संयुक्त अभियान
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "आईएसआई एजेंट मनीर खान उर्फ उमर अशरफ (30) और उसके भारतीय सहयोगियों को पूछताछ के लिए गुवाहाटी ले जाने के लिए असम पुलिस का पांच सदस्यीय दल यहां पहुंचा है।"
त्रिपुरा पुलिस ने तीन जुलाई को मनीर और उसके छह साथियों को अगरतला में गिरफ्तार किया था।
मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट (सीजेएम) त्रिदिब चंद्र राय भौमिक ने सोमवार को मनीर और उसके सहयोगियों को असम पुलिस की ट्रांजिट रिमांड में भेज दिया और इन्हें अगले 30 दिनों में कामरूप जिले के सीजेएम के समक्ष पेश करने का निर्देश दिया।
पुलिस अधिकारी ने कहा, "असम पुलिस आईएसआई एजेंट और उसके साथियों को असम से जुड़े कुछ मामलों में पूछताछ के लिए ले जा रही है।"
उन्होंने कहा, "पूछताछ के दौरान त्रिपुरा पुलिस को प्राप्त सूचनाओं को भी असम पुलिस को उपलब्ध कराया जा रहा है।"
उप पुलिस अधीक्षक हरिमोहन दास ने आईएएनएस से कहा, "मनीर ने पूछताछ के दौरान पूर्वोत्तर और देश के अन्य हिस्सों में आईएसआई की योजनाओं का खुलासा किया है। उसके खुलासे के बाद त्रिपुरा का एक पुलिस दल गुवाहाटी (असम) भेजा गया था।"
दास ने कहा, "मनीर से मिली जानकारी के आधार पर असम पुलिस ने पिछले महीने गुवाहाटी में आईएसआई से जुड़े एक व्यक्ति बिक्रम दास को गिरफ्तार किया था।"
पुलिस के मुताबिक मनीर पिछले महीने की शुरुआत में बांग्लादेश से पश्चिमी त्रिपुरा आया था। आईएसआई के नेटवर्क को बढ़ाने के लिए वह गुवाहाटी और अन्य शहरों में गया था।
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि मनीर पाकिस्तानी नागरिक है और उसने पाकिस्तान में मुल्तान और भावलपुर में आईएसआई के शिविरों में प्रशिक्षण लिया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।