जौहरी ने कोई जानकारी साझा नहीं की : आंध्र पुलिस
आंध्र प्रदेश के पुलिस महानिदेशक आर.आर.गिरीश कुमार ने यहां संवाददाताओं को बताया, "मैं नहीं जानता कि उनके पास क्या जानकारी है। उन्होंने हमारे साथ कभी भी जानकारी साझा नहीं की।"
कुमार जौहरी के उस आरोप पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि सोहराबुद्दीन हत्याकांड में आंध्र प्रदेश पुलिस की एक गुप्त भूमिका रही है।
गिरीश कुमार ने जौहरी के उस आरोप पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा है कि कलीमुद्दीन के गायब होने के लिए राज्य पुलिस जिम्मेदार है। कलीमुद्दीन उस समय सोहराबुद्दीन और उसकी पत्नी कौसरबी के साथ था, जब दोनों को एक बस से उठाया गया था।
पुलिस प्रमुख ने कहा, "वह जो कह रही हैं, उसका मैं कैसे विरोध, इंकार या समर्थन कर सकता हूं? मैं नहीं जानता कि इस बारे में उनके पास क्या जानकारी है और उसका क्या आधार है।"
सर्वोच्च न्यायालय में गुरुवार को दायर एक याचिका में जौहरी ने कहा कि कलीमुद्दीन एक खुफिया जासूस था और आंध्र प्रदेश पुलिस को उसके ठिकाने का खुलासा करना चाहिए।
गिरीश कुमार ने कहा, "यदि कलीमुद्दीन किसी मामले में शामिल है, तो निश्चित रूप से हम उसे गिरफ्तार करने की कोशिश करेंगे।"
जौहरी ने जांच के सिलसिले में 2007 में हैदराबाद का दौरा किया था। उन्होंने कहा कि उन्होंने तत्कालीन पुलिस आयुक्त बलविंदर सिंह से पूछताछ की थी। लेकिन उन्होंने पूछताछ में उदासीनता दिखाई थी। जौहरी ने आश्चर्य व्यक्त किया है कि जिस व्यक्ति से उन्होंने मामले में पूछताछ की थी, आज वही अधिकारी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के विशेष निदेशक के रूप में जांच का नेतृत्व कैसे कर सकता है।
जौहरी ने सर्वोच्च न्यायालय को बताया कि उन्होंने सोहराबुद्दीन के साथ अहमदाबाद तक आए आंध्र प्रदेश के सात पुलिस अधिकारियों के बारे में जानकारी मांगी थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।