भाजपा ने 'भगवा आतंकवाद' पर चिदंबरम के कान उमेठे
नई दिल्ली। प्रशासनिक और सुरक्षा संबंधी सभी मोर्चों पर बुरी तरह से विफल केंद्र सरकार के गृह मंत्री चिदंबरम ने राज्य पुलिस बलों और केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों के प्रमुखों के 45 वें सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में कहा कि पुलिस को 'भगवा आतंकवाद' से सावधान रहना चाहिए। क्योंकि देश की वर्तमान स्थिति विस्फोटक है और युवाओं में धार्मिक कट्टरता जगाने की भरपूर कोशिश की जा रही है।
बिदकी भाजपा
चिदंबरम के इस बयान पर भगवाधारी का बिल्ला लगाने वाली पार्टी का बिदकना तय था। भाजपा प्रवक्ता ने इस बयान पर सरकार के कान उमेठते हुए याद दिलाया कि इस तरह के बयानों का उद्देश्य सिर्फ सरकार की विफलताओं से जनता का ध्यान बंटाना है। भाजपा के प्रवक्ता राजीव प्रताप रूड़ी ने भगवा आतंकवाद संबंधी चिदम्बरम के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, "देश में इस समय काफी उथल-पुथल भरा दौर है। चिदम्बरम को उस ओर से देश का ध्यान बंटाने के लिए बहाने की जरूरत है।"
रूड़ी ने कहा कि सोनिया गांधी की अगुवाई वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार हर मामले पर गड़बड़ा गई है चाहे वह अंतर्राष्ट्रीय वार्ता हो, कश्मीर में समस्या हो, वामपंथी उग्रवाद हो या राष्ट्रमंडल खेल हों। उन्होंने कहा कि सरकार जनता का ध्यान दूसरी ओर बंटाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने सरकार पर हिंदुओं को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता।
चिदंबरम का बयान
केन्द्रीय गृह मंत्री चिदम्बरम ने बुधवार को सुरक्षा प्रमुखों से 'भगवा आतंकवाद' सहित हर प्रकार के आतंकवाद के प्रति सचेत रहने को कहा। चिदंबरम ने कहा कि देश में इस तरह की कोशिशें हो रही हैं इसका सुबूत विभिन्न बम घटनाओं के संदिग्ध रसूखदार आरोपी हैं। चिदम्बरम ने पुलिस बलों के आधुनिकीकरण के लिए केन्द्रीय अनुदान राज्य सरकारों को देने की बजाए सीधे पुलिस प्रमुखों को देने का सुझाव दिया।
तीन दिन तक चलने वाले इस सम्मेलन में चिदम्बरम ने कहा, "हमें पुलिस बलों के आधुनिकीकरण (एमपीएस) योजना के तहत अनुदान भेजने की एक प्रणाली तैयार करनी चाहिए।" उल्लेखनीय है कि महीना भर पहले हुई, 54वीं राष्ट्रीय विकास परिषद की बैठक में विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने राज्य की व्यवस्थापिकाओं को नजरदांज करते हुए विभिन्न एजेंसियों को सीधे अनुदान भेजने की केन्द्र सरकार की बढ़ती प्रवृत्ति के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया था।